प्रकृति में कई ऐसे औषधीय पौधे मौजूद हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित होते हैं। इनमें से एक है पत्थरचट्टा, जिसे सदाबहार पौधा भी कहा जाता है। यह बारहमासी पौधा हर मौसम में हरा-भरा रहता है और अपनी खास विशेषताओं के कारण कई बीमारियों से राहत दिलाने में कारगर है। आइए जानते हैं पत्थरचट्टा के फायदों और इसे इस्तेमाल करने के तरीकों के बारे में।
पत्थरचट्टा के औषधीय गुण
पत्थरचट्टा में एंटीऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार होते हैं। यह पौधा पथरी, त्वचा रोग, सूजन, घाव, जलन, और लालिमा जैसी कई समस्याओं से निजात दिलाने में प्रभावी है। पारम्परिक चिकित्सा में इसे आँखों और दांतों के लिए भी लाभकारी माना गया है। इसमें मौजूद एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण आँखों और दांतों के दर्द को कम करने में सहायक होते हैं।
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कैसे करें पत्थरचट्टा का सेवन?
पत्थरचट्टा के पत्तों का काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है। इसके अलावा, इसके पत्तों का रस निकालकर घावों या त्वचा संबंधी समस्याओं पर लगाने से भी आराम मिलता है। कुछ लोग इसकी पत्तियों को पीसकर लेप भी लगाते हैं। लेकिन ध्यान रहे, किसी भी तरह से इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खासकर यदि आप किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं या गर्भवती हैं।
यह पौधा वाकई में औषधीय गुणों का खजाना है। सही तरीके से इसका इस्तेमाल करके हम कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।