CS Anurag Jain Extension: मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन के कार्यकाल को एक वर्ष के लिए और बढ़ा दिया है। वे 31 अगस्त 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन अब 2026 तक अपनी सेवाएं देंगे। लंबे समय से उनके एक्सटेंशन को लेकर चर्चाएं चल रही थीं, जिन्हें सरकार ने आधिकारिक आदेश जारी कर खत्म कर दिया।
अनुभवी IAS अधिकारी हैं जैन
अनुराग जैन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 1989 बैच के अधिकारी हैं। तीन दशक से ज्यादा के अपने करियर में उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों के कई अहम विभागों में जिम्मेदारी संभाली है। उनकी गिनती उन अफसरों में होती है, जिनकी कार्यशैली शांत लेकिन प्रभावी मानी जाती है।
मुख्यमंत्री ने दी एक्सटेंशन पर शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यकाल बढ़ने पर जैन को बधाई देते हुए कहा कि उनका अनुभव प्रदेश की योजनाओं को मजबूती देगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में प्रशासनिक तंत्र और ज्यादा प्रभावी ढंग से काम करेगा।
मध्यप्रदेश शासन के मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन जी, आपको कार्यकाल के एक वर्ष बढ़ाए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 28, 2025
आपके दीर्घ प्रशासनिक अनुभव, नवाचारों और सतत् प्रयासों से प्रदेश की विकास यात्रा निरंतर नए प्रतिमान स्थापित करे, मेरी मंगलकामनाएं। pic.twitter.com/oMjpLNIMsw
सुशासन और प्रशासनिक स्थिरता
मुख्य सचिव को एक साल का विस्तार दिए जाने से प्रशासनिक स्तर पर स्थिरता बनी रहेगी। जानकारों का मानना है कि इससे राज्य सरकार की नीतियों और विकास योजनाओं को निरंतरता मिलेगी। आम तौर पर बड़े स्तर के बदलाव से कामकाज प्रभावित होता है, लेकिन इस फैसले से ऐसी स्थिति नहीं बनेगी।
यह है योगदान और उपलब्धियां
अनुराग जैन की पहचान एक ऐसे अफसर के रूप में है, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी प्रभावी निर्णय लिए।
- कोरोना काल में उनकी रणनीति को काफी सराहा गया।
- निवेश प्रोत्साहन और उद्योगों के लिए बेहतर माहौल बनाने में उनकी अहम भूमिका रही।
- डिजिटल गवर्नेंस और अधोसंरचना विकास जैसे क्षेत्रों में उन्होंने नई पहलें शुरू कीं।
प्रमुख योजनाओं से रहा है जुड़ाव
मुख्य सचिव रहते हुए अनुराग जैन ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं को जमीन पर उतारने में सक्रिय भूमिका निभाई।
- लाड़ली बहना योजना के बेहतर क्रियान्वयन पर उन्होंने विशेष ध्यान दिया।
- युवाओं के लिए रोजगार कार्यक्रमों की निगरानी में उनका काम उल्लेखनीय रहा।
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बुनियादी सेवाओं की उपलब्धता पर वे लगातार नजर रखते रहे।
साफ छवि और निर्णय क्षमता
अनुराग जैन को उनकी स्पष्ट सोच, संयमित कार्यशैली और समय पर निर्णय लेने की क्षमता के लिए जाना जाता है। वे कम बोलने और ज्यादा काम करने वाले अधिकारी माने जाते हैं। यही वजह है कि राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों ही वर्ग उनके कामकाज से संतुष्ट दिखते हैं।
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भविष्य के लिए उनसे यह उम्मीदें
एक वर्ष का यह अतिरिक्त कार्यकाल प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि जैन के अनुभव और दूरदर्शिता से राज्य सरकार की प्राथमिक योजनाओं को और गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने भी उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था, निवेश और कल्याणकारी योजनाएं और मजबूत होंगी।
राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों की प्रतिक्रिया
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला पूरी तरह व्यावहारिक है। अक्सर बड़े अफसरों के रिटायरमेंट से नीतियों की निरंतरता प्रभावित होती है, लेकिन जैन को बढ़ा हुआ कार्यकाल मिलने से ऐसा नहीं होगा। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इसे स्वागतयोग्य कदम बताया है।
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