Child Aadhaar Update: बच्चों के आधार अपडेट के लिए स्कूलों को नई सुविधा, अब UDISE+ से मिलेगी पूरी जानकारी

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Child Aadhaar Update: आधार कार्ड आज हर भारतीय नागरिक की पहचान का सबसे अहम दस्तावेज़ बन चुका है। बैंक खाता खोलने से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ पाने तक हर जगह आधार की ज़रूरत होती है। लेकिन बच्चों के लिए इसमें एक और बात महत्वपूर्ण है– समय पर बायोमेट्रिक अपडेट (MBU) कराना।

दरअसल, जब बच्चा पाँच साल और पंद्रह साल की उम्र पूरी करता है तो उसके आधार में बायोमेट्रिक जानकारी को अनिवार्य रूप से अपडेट करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन उम्रों के बीच बच्चों के चेहरे और उंगलियों के निशान में काफी बदलाव आ जाते हैं। अगर यह अपडेट समय पर न हो, तो आगे चलकर छात्रों को स्कूल, कॉलेज, प्रतियोगी परीक्षाओं या सरकारी योजनाओं का लाभ पाने में दिक्कत आ सकती है।

यूआईडीएआई और शिक्षा विभाग की साझेदारी

इसी समस्या को हल करने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) और शिक्षा मंत्रालय के तहत स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने एक अहम कदम उठाया है। दोनों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि अब स्कूलों को सीधे यह जानकारी मिल सकेगी कि किन छात्रों का आधार अपडेट बाकी है।

इसके लिए यूआईडीएआई ने अपनी तकनीकी टीम और शिक्षा विभाग की टीम के साथ मिलकर यूडीआईएसई+ (UDISE+) एप्लिकेशन में एक नई सुविधा जोड़ी है। अब हर स्कूल को अपने छात्रों का आधार बायोमेट्रिक अपडेट स्टेटस आसानी से मिल जाएगा।

कितने बच्चों का अपडेट बाकी?

देशभर में लगभग 17 करोड़ बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट लंबित हैं। यह संख्या अपने आप में बहुत बड़ी है। इसका मतलब है कि करोड़ों छात्रों को भविष्य में परेशानी से बचाने के लिए समय रहते यह अपडेट जरूरी है। अक्सर देखा गया है कि बच्चे और अभिभावक अंतिम समय पर आधार अपडेट कराने के लिए भागदौड़ करते हैं। इससे लंबी कतारें और कई बार प्रमाणीकरण में दिक्कतें सामने आती हैं। लेकिन अगर स्कूलों को पहले से ही पता चल जाएगा कि किन छात्रों का अपडेट होना बाकी है, तो इस प्रक्रिया को काफी आसान बनाया जा सकता है।

छात्रों और अभिभावकों को क्या लाभ होगा

  • इस नई व्यवस्था से छात्रों और अभिभावकों दोनों को सीधा फायदा होगा।
  • बच्चों का आधार समय पर अपडेट हो सकेगा।
  • भविष्य में प्रवेश, परीक्षा फॉर्म या सरकारी योजनाओं में दिक्कत नहीं आएगी।
  • स्कूलों में कैंप लगाकर आसानी से अपडेट करवाया जा सकेगा।
  • अभिभावकों को बार-बार आधार केंद्र जाने की ज़रूरत नहीं होगी।

यूआईडीएआई का राज्यों को पत्र

यूआईडीएआई के सीईओ भुवनेश कुमार ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर इस पहल की जानकारी दी है। उन्होंने उनसे अपील की है कि वे स्कूलों में एमबीयू कैंप आयोजित करने में पूरा सहयोग दें। पत्र में साफ लिखा गया है कि अब स्कूलों के पास यह सुविधा होगी कि वे देख सकें कौन से बच्चे बायोमेट्रिक अपडेट से वंचित हैं। इससे कैंप लगाने और प्रक्रिया पूरी कराने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

यूडीआईएसई+ क्या है?

यूडीआईएसई+ (Unified District Information System for Education Plus) शिक्षा मंत्रालय का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका इस्तेमाल स्कूलों से जुड़ी हर जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया जाता है। इसमें स्कूलों, शिक्षकों, छात्रों और बुनियादी सुविधाओं से जुड़े आँकड़े रखे जाते हैं। अब इस प्लेटफॉर्म पर आधार अपडेट की जानकारी भी उपलब्ध होगी। यानी स्कूल प्रशासन जब चाहे यह देख सकेगा कि उनके स्कूल के किन बच्चों का अपडेट बाकी है और किनका हो चुका है।

प्रतियोगी परीक्षाओं में आधार की अहमियत

आज लगभग हर बड़ी परीक्षा– जैसे NEET, JEE, CUET या विश्वविद्यालय प्रवेश – में आधार कार्ड की अनिवार्यता है। ऐसे में अगर बच्चे का बायोमेट्रिक अपडेट न हो तो परीक्षा फॉर्म भरने या पहचान सत्यापन के समय दिक्कत आती है। कई बार यह बड़ी परेशानी का कारण भी बन जाता है। इसीलिए शिक्षा मंत्रालय और यूआईडीएआई का यह कदम दूरगामी साबित होगा।

आगे की यह है सरकार की योजना

सरकार की योजना है कि हर जिले और हर स्कूल में समय-समय पर एमबीयू कैंप लगाए जाएं। इन कैंपों के जरिए बच्चे अपने आधार का बायोमेट्रिक अपडेट कर सकेंगे। अगर यह अभियान सफलतापूर्वक चला, तो आने वाले समय में एक भी बच्चा आधार अपडेट से वंचित नहीं रहेगा। सरकार और यूआईडीएआई के इस कदम से अब स्कूल स्तर पर ही बच्चों के आधार अपडेट की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे अभिभावकों को भागदौड़ से बचत होगी और छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहेगा।

बच्चों के आधार अपडेट और यूडीआईएसई+ सुविधा से जुड़े सवाल-जवाब

Q1. बच्चों का आधार बायोमेट्रिक अपडेट (MBU) कब अनिवार्य है?
👉 जब बच्चा 5 साल और 15 साल की उम्र पूरी करता है, तब आधार में बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य होता है।

Q2. आधार अपडेट न कराने पर क्या परेशानी हो सकती है?
👉 अपडेट न होने पर बच्चों को स्कूल एडमिशन, कॉलेज, प्रतियोगी परीक्षाओं और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में दिक्कत आ सकती है।

Q3. यूडीआईएसई+ (UDISE+) क्या है?
👉 यह शिक्षा मंत्रालय का डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसमें स्कूलों से जुड़ी सभी जानकारी रहती है। अब इसमें बच्चों का आधार अपडेट स्टेटस भी उपलब्ध होगा।

Q4. नई व्यवस्था से स्कूलों को क्या फायदा होगा?
👉 स्कूल सीधे देख सकेंगे कि किन छात्रों का आधार अपडेट बाकी है और जरूरत पड़ने पर कैंप लगाकर अपडेट प्रक्रिया पूरी करा पाएंगे।

Q5. छात्रों और अभिभावकों को इस सुविधा से क्या लाभ मिलेगा?
👉 बच्चों का आधार समय पर अपडेट हो जाएगा, अभिभावकों को बार-बार आधार केंद्र नहीं जाना पड़ेगा और भविष्य में प्रवेश व परीक्षाओं में दिक्कत नहीं होगी।

Q6. कितने बच्चों का आधार अपडेट लंबित है?
👉 देशभर में लगभग 17 करोड़ बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट अभी लंबित है।

Q7. सरकार आगे क्या योजना बना रही है?
👉 सरकार की योजना है कि हर जिले और स्कूल में एमबीयू कैंप आयोजित किए जाएं ताकि सभी बच्चों का आधार समय पर अपडेट हो सके।

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Uttam Malviya

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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