Cobra Rescue: सांपों का घरों, गांवों या शहरों के भीतर आना अब सामान्य बात हो गई है। अक्सर भोजन या सुरक्षित आश्रय की तलाश में सांप शहर या गांव ही नहीं बल्कि घरों के भीतर भी आ जाते हैं। आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। वहीं दूसरी ओर दूरदराज के ग्रामीण अंचलों में जहरीले सांपों के डंसने से मौतों की खबरें भी कभी-कभार सामने आती रहती हैं।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में बिना जहर वाले सांपों के अलावा कोबरा, करैत सहित अन्य कई जहरीले सांपों की प्रजातियां भी पाई जाती है। यह बेहद जहरीले और खतरनाक सांप भी अक्सर गांवों से लेकर शहरों तक में घरों में घुस जाते हैं। अच्छी बात यह है कि जिला मुख्यालय सहित जिले भर में कई सेवाभावी सर्प मित्र मौजूद हैं। वे सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर इनका रेस्क्यू करते हैं और फिर उन्हें अनुकूलित वातावरण में छोड़ आते हैं।
बैतूल जिले के चिचोली नगर में भी आज मंगलवार की दोपहर में एक मकान में करीब 5 फीट लंबा और खूंखार कोबरा सांप चला आया था। यह सांप बाउंड्रीवाल से सट कर रखी ईंटों के ढेर के नीचे जाकर छिप गया था। वह इस तरह से छिपा था कि बाहर से जरा भी नजर नहीं आ रहा था। वह तो शुक्र था कि उसे भीतर जाते परिवार के किसी सदस्य की नजर चली गई थी।
इस पर तत्काल ही बैतूल के सर्प मित्र विशाल विश्वकर्मा को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही सर्प मित्र विशाल मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया। सर्प मित्र विशाल ने बताया कि यह कोबरा सांप 6 से 7 साल का और करीब 5 फीट लंबा था। वह बेहद आक्रामक था। रेस्क्यू करने के बाद वह और खूंखार हो गया था।
ईंटों के ढेर से निकाल कर जब उसे मैदान में लाया गया और कुछ देर के लिए छोड़ा गया तो वह सर्प मित्र पर ही बार-बार फन फैलाकर हमला करते रहा। यह नजारा देख वहां मौजूद लोग भी सहम उठे। रेस्क्यू के बाद सर्प मित्र ने मौजूद लोगों को सर्प नजर आने पर बरती जाने वाली सावधानियों की भी जानकारी दी।