SBI Har Ghar Lakhpati RD Scheme: भविष्य के लिए अच्छी रकम जमा करने के लिए देश में पोस्ट ऑफिस के साथ ही बैंकिंग सेक्टर द्वारा भी कई योजनाएं चलाई जा रही है। यह योजनाएं केवल मध्यमवर्गीय लोगों को ही नहीं बल्कि गरीब परिवारों को भी यह मौका देती है कि वे छोटी-छोटी बचत करके भविष्य के लिए अच्छी बचत कर सकें।
ऐसी ही एक शानदार योजना देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शुरू की है। यह एक रिकरिंग डिपॉजिट (आरडी) योजना है जिसका नाम ‘हर घर लखपति’ योजना है। इस योजना में हर महीने बहुत ही कम राशि जमा करके भी लखपति बन सकते हैं। इस योजना के तहत एक लाख या उससे भी ज्यादा का फंड बनाया जा सकता है।
यह योजना खासतौर से उन लोगों के लिए है जो कि एक साथ बड़ी बचत नहीं कर सकते हैं बल्कि हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा करके तय ब्याज और समय के लिए निवेश करना चाहते हैं ताकि भविष्य में उन्हें अच्छा रिटर्न मिल सके। इस योजना में ऐसा ही थोड़ा-थोड़ा पैसा इन्वेस्ट करके एक लाख या उससे भी ज्यादा का फंड पाया जा सकता है।
हर घर लखपति योजना टाइम लिमिट
इस योजना में 3 से 10 साल के टाइम पीरियड के लिए राशि जमा करना होता है। इस योजना के तहत खाता शुरू करने के लिए न्यूनतम आयु 10 वर्ष होना चाहिए। जो बच्चे स्वयं हस्ताक्षर नहीं कर सकते, वे अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावक के साथ खाता शुरू करवा सकते हैं।
कितने समय में लखपति बनाती है योजना
इस योजना का मैच्योरिटी अमाउंट एक लाख रुपये से शुरू होता है। यानी कम से कम एक लाख रुपये वापस मिलना तय है। ग्राहक अपनी सहूलियत के हिसाब से पीरियड और मंथली एमाउंट का चयन कर सकते हैं। यदि कोई ग्राहक 3 साल में एक लाख का फंड चाहता है तो उसे 2500 रुपये मंथली जमा करना होगा। वहीं यदि 10 साल में एक लाख का फंड चाहिए तो महीने के मात्र 591 रुपये जमा करना होगा। योजना में पहले से तय ब्याज दिया जाता है।
हर घर लखपति में ब्याज दर कितनी
इस योजना में ब्याज की दर केटेगिरी के हिसाब से अलग-अलग है। सामान्य ग्राहकों को 6.75 प्रतिशत तक ब्याज दिया जाता है। सीनियर सिटीजन को 7.25 प्रतिशत और एसबीआई के कर्मचारी और सीनियर सिटीजन कर्मचारी को 8 प्रतिशत तक ब्याज दिया जाता है। इस योजना पर टीडीएस लागू है।
कैसे खुलवा सकते हैं योजना का खाता
इस योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए ग्राहक अपने नजदीकी एसबीआई ब्रांच में जाकर आवश्यक दस्तावेज जमा कर खाता खुलवा सकते हैं। खाता खुलवाते समय ही उन्हें मैच्योरिटी एमाउंट और पीरियड का चयन करना होगा। उसी के आधार पर मासिक किस्त तय होगी। किस्तों में देरी पर जुर्माना लगाने का प्रावधान भी है। वहीं लगातार 6 किस्तें जमा नहीं होने पर इस योजना का खाता बंद करके बैलेंस राशि ग्राहक के बचत खाता में ट्रांसफर कर दी जाती है।