New rules of health insurance: आज की दौड़-भाग और अनिश्चितताओं से भरी जिंदगी में परिवार को आर्थिक सुरक्षा देने के लिए बीमा कराना बेहद जरुरी हो गया है। इसी तरह लगातार महंगे होते इलाज ने हेल्थ इंश्योरेंस को भी अत्यावश्यक कर दिया है। यदि हेल्थ इंश्योरेंस न हो तो किसी बड़ी बीमारी का इलाज साधारण व्यक्ति के लिए बड़ा मुश्किल हो जाता है।
यही वजह है कि बीमा कंपनियों ने भी कई तरह के नियम-कायदे लागू कर रखे हैं। इन्हीं में से एक नियम के चलते अभी तक 65 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों का हेल्थ इंश्योरेंस (स्वास्थ्य बीमा) नहीं हो पाता था। जबकि इस उम्र के बाद ही बीमारियां अधिक घेरती हैं और लोगों के पास उस समय इलाज के लिए पर्याप्त पैसे नहीं रहते हैं।
ऐसे में बुजुर्गों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने ऐसे परेशान बुजुर्गों को अब बड़ी राहत दी है। आईआरडीएआई ने नियमों में बड़ा बदलाव किया है। इस बदलाव में हेल्थ इंश्योरेंस के लिए अधिकतम आयु 65 साल की सीमा को हटा दिया गया है।
किसी भी उम्र का व्यक्ति हेल्थ इंश्योरेंस के लिए पात्र
नए नियमों के अनुसार अब किसी भी उम्र का कोई भी व्यक्ति हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के लिए पात्र हैं। उन्हें उम्र के आधार पर बीमा पॉलिसी लेने के अयोग्य नहीं ठहराया जा सकेगा। आईआरडीएआई द्वारा बदले गए इस नियम के कारण हेल्थ इंश्योरेंस की पहुंच सभी लोगों तक हो सकेगी। इससे सुलभ हेल्थ केयर इकोसिस्टम बन सकेगा। साथ ही बुजुर्गों को अचानक से होने वाले मेडिकल खर्चों से राहत मिल सकेगी।
आईआरडीएआई ने जारी किया नोटिफिकेशन
आईआरडीएआई ने इस संबंध में जारी नोटिफिकेशन में कहा है कि ‘बीमा करने वाली कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे आल एज ग्रुप को पूरा करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्रोडक्ट पेश करें। बीमाकर्ता विशेष रूप से सीनियर सिटीजन, छात्रों, बच्चों, मातृत्व और कंपीटेंट अथॉरिटी द्वारा स्पेसिफाइड किसी भी अन्य ग्रुप के लिए प्रोडक्ट डिजाइन कर सकते हैं।’ इसके अलावा बीमाकर्ताओं को पहले से किसी भी मेडिकल कंडीशन वाले व्यक्तियों को हेल्थ पॉलिसी उपलब्ध करवाने का आदेश दिया गया है।
बुजुर्गों को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की इसलिए जरुरत
- उम्र के साथ, विभिन्न बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। हेल्थ इंश्योरेंस यह सुनिश्चित करता है कि वे किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति में कवर हों।
- हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों के साथ नियमित और मुफ्त हेल्थ चेक-अप करना एक बहुत अच्छा फायदा है, क्योंकि वे किसी बीमारी का उसके पहले चरण में ही पता लगाने में मदद करते हैं।
- वित्तीय संकुचन की चिंता को खत्म करता है क्योंकि स्वास्थ्य योजना होने से आपातकाल के समय में बहुत जरूरी वित्तीय सहायता मिलती है।