Mermaid syndrome : मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में आज 14 दिसंबर को विचित्र बच्चे ने जन्म लिया। इस बच्चे के दोनों पांव मछलियों के पीछे के पंख की तरह एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। इस बच्चे की जन्म लेने के करीब 10 घंटे बाद मृत्यु हो गई। डॉक्टर इस विकृति को मरमेड सिंड्रोम बता रहे हैं, जो कि एक लाख बच्चों में किसी को होता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के भैंसदेही तहसील के एक गांव की 19 वर्षीय महिला को प्रसव के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही में भर्ती कराया गया था। यहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। इस बच्चे के शरीर के नीचे का सिरा पूरा चिपका हुआ था। यह किसी जलपरी की तरह दिख रहा था। जिसे सुबह करीब 9 बजे जिला अस्पताल बैतूल रेफर कर दिया गया।
डॉक्टरों के अनुसार यह एक दुर्लभ स्थिति
बच्चे की जांच में पाया गया कि उसके दोनों पैर आपस में जुड़े हुए थे। दोनों पैर चिपके होने से बच्चा बालक है या बालिका, इस बात की पहचान भी नहीं हो सकी। उसके नीचे के ऑर्गन मिक्स्ड थे। जांच में उसके हार्ट में भी दिक्कत थी। डॉक्टरों के अनुसार यह एक दुर्लभ स्थिति है, जो एक लाख में एक बच्चे में होता है। बच्चे को मेजर कंजेनिटल मालफॉर्मेशन है। इसे मरमेड सिंड्रोम या सिरेनोमेलिया भी कहा जाता है।
सामान्य बच्चों से कम था वजन
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन और शिशु रोग विषेशज्ञ डॉ. जगदीश घोरे ने मीडिया से चर्चा में बताया कि जिस मां ने इस बच्चे को जन्म दिया है, उसकी उम्र महज 19 साल है। यह एक प्री-मैच्योर डिलीवरी थी। जन्म के समय बच्चे का वजन सामान्य बच्चों से कम पाया गया। महिला की यह पहली डिलीवरी है। बच्चों के साथ उसकी मां को भी जिला अस्पताल रेफर किया गया था। जहां मां की हालत सामान्य है। करीब 10 घंटे तक जीवित रहने के बाद बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।