नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने FASTag बैलेंस वैलिडेशन के नियमों में बदलाव किए हैं, जो 17 फरवरी 2025 से लागू होंगे। इन नए नियमों के अनुसार, यदि आपका FASTag ब्लैकलिस्टेड है या उसमें बैलेंस कम है, तो आपको इसे सक्रिय करने के लिए सीमित समय मिलेगा।
FASTag वैलिडेशन के नए नियम
NPCI के 28 जनवरी 2025 के सर्कुलर के अनुसार, “ट्रांजेक्शन को रीडर द्वारा पढ़े जाने के समय और उस समय के आधार पर वैलिडेट किया जाएगा जब टैग को हॉटलिस्ट/लो बैलेंस/ब्लैकलिस्ट में डाला गया था। यदि टैग रीडर द्वारा पढ़े जाने से 60 मिनट पहले और पढ़े जाने के 10 मिनट बाद तक सक्रिय नहीं है, तो उस टैग पर किया गया ट्रांजेक्शन कारण कोड 176 के साथ अस्वीकृत कर दिया जाएगा।
नए नियम का आपके लिए क्या अर्थ है?
यदि आपका FASTag ब्लैकलिस्टेड है, तो आपको इसे सक्रिय करने के लिए कुल 70 मिनट (रीडर द्वारा पढ़े जाने से 60 मिनट पहले और 10 मिनट बाद) का समय मिलेगा। इस अवधि में, आप अपने FASTag को रिचार्ज या आवश्यक KYC अपडेट कर सकते हैं। यदि आप इस समय सीमा के भीतर ऐसा नहीं करते हैं, तो ट्रांजेक्शन अस्वीकृत हो जाएगा और आपको दोगुना टोल शुल्क देना पड़ सकता है।
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FASTag उपयोगकर्ताओं के लिए सुझाव
- बैलेंस की नियमित जांच करें: यात्रा से पहले सुनिश्चित करें कि आपके FASTag में पर्याप्त बैलेंस है।
- KYC दस्तावेज़ अपडेट रखें: लंबित KYC अपडेट के कारण FASTag ब्लैकलिस्ट हो सकता है, इसलिए समय-समय पर अपने दस्तावेज़ों की जांच और अपडेट करें।
- ब्लैकलिस्ट स्टेटस से बचें: यदि आपका FASTag ब्लैकलिस्टेड है, तो इसे तुरंत रिचार्ज या आवश्यक अपडेट करके सक्रिय करें।
इन नए नियमों के साथ, यह आवश्यक है कि आप अपने FASTag को सक्रिय और पर्याप्त बैलेंस के साथ रखें ताकि यात्रा के दौरान किसी भी असुविधा या अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके।