Famous tourist places of India: भारत ही नहीं दुनिया भर के लोगों की पर्यटन के लिए पहली पसंद अब ऐसे स्थान बन गए हैं जहां प्रकृति ने खूब सौंदर्य बिखेरा हो, शांति हो और उन्हें सुकून प्रदान कर सकें। यदि आप भी ऐसे ही किसी स्थान की तलाश में हैं तो भारत के दक्षिण में स्थित केरल राज्य का हिल स्टेशन मुन्नार सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है। यहां वह सब कुछ है जिसकी आपको तलाश हो सकती है। देश के पश्चिमी घाट की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बसा यह स्थान दक्षिण भारत का कश्मीर भी कहलाता है। यह स्थान अपने चाय के बागानों, हरी-भरी वादियों और खूबसूरत झरनों के लिए प्रसिद्ध है।
मुन्नार शब्द का अर्थ है- तीन नदियों का संगम। यहां पर मुदिरपुझा, नल्लथन्नी और कुंडला नदियों का संगम होता है। यह समुद्र तल से करीब 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। विशिष्ट भौगोलिक स्थिति और अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण ही यह स्थान अंग्रेजों के लिए ग्रीष्मकालीन रिट्रीट हुआ करता था।
मुन्नार में देखने-घूमने लायक क्या है
चाय के बागान: मुन्नार का सबसे बड़ा आकर्षण वहां स्थित चाय के बागान हैं। ये बागान पहाड़ियों पर लहरदार हरियाली का नजारा पेश करते हैं। यह दृश्य ठीक किसी फिल्मी दृश्य की तरह मनोहारी लगता है। यहां की चाय का स्वाद और खुशबू भी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
एराविकुलम नेशनल पार्क: मुन्नार जाए और इस नेशनल पार्क न जाएं, यह संभव ही नहीं है। यह नेशनल पार्क एक दुर्लभ प्रजाति की पहाड़ी बकरी नीलगिरी तहर के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहां पहाड़ों के ढलानों पर खिलने वाले नीलकुरिंजी फूल भी देखने को मिल जाएंगे, जो कि हर 12 साल में मुन्नार को नीले रंग में रंग देते हैं।
अनामुडी चोटी: अनामुड़ी चोटी दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी है। इसकी ऊंचाई 2695 मीटर है। पर्वतारोहियों और साहसिक गतिविधि के शौकिनों का यह पसंदीदा स्थान है। इस चोटी से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है।
कुंडला झील: यह झील प्राकृतिक न हो होकर, मानव निर्मित है। यह शांत जल धारा और हरी-भरी वादियों से घिरी हुई है। यहां पर्यटक नौकायन का आनंद ले सकते हैं। झील के किनारे खिलने वाले रंगीन फूल इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।
टॉप स्टेशन: मुन्नार से करीब 32 किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान पश्चिमी घाट के अद्भुत नजारों के लिए प्रसिद्ध है। यह केरल और तमिलनाडु की सीमा पर स्थित है और बादलों के बीच झांकते पहाड़ों का अनोखा अनुभव कराता है।
अट्टुकल झरना: यूं तो मुन्नार में कई झरने हैं, लेकिन यह झरना मुन्नार के सबसे खूबसूरत प्राकृतिक झरनों में से एक है। बारिश के दौरान यह झरना और भी अधिक जीवंत और आकर्षक हो जाता है। इसके चारों ओर हरियाली फैली है जिससे यहां का नजारा देखते ही बनता है।
चिन्नार वन्यजीव अभ्यारण्य: यहां पर आप हाथी, हिरण और पक्षियों की कई दुर्लभ प्रजातियों का दीदार कर सकते हैं। यह स्थान ट्रेकिंग और प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद खास है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में प्रकृति प्रेमी पहुंचते हैं।
कब जाना रहेगा बेहतर
मुन्नार का मौसम वैसे तो साल भर बढ़िया रहता है, लेकिन अक्टूबर से मई तक यहां का मौसम ठंडा और सुहावना रहता है। ठंडियों में यहां का तापमान 10 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। जून से सितंबर तक बारिश का समय होता है। इससे यहां के झरने और हरियाली और आकर्षक हो जाते हैं। हालांकि भारी बारिश होने पर कुछ परेशानियां हो सकती है।
खान-पान में क्या है प्रसिद्ध
मुन्नार में केरल के पारंपरिक व्यंजन इडली, डोसा, अप्पम और सी-फूड लोकप्रिय है। हालांकि यहां के मसाले जैसे इलायची, काली मिर्च, लौंग और दाल चीनी भी बहुत प्रसिद्ध हैं। यह यहां पर सस्ते और अच्छी गुणवत्ता के मिलते हैं।
कैसे पहुंच सकते हैं मुन्नार
मुन्नार पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। यह मुन्नार से 110 किलोमीटर है। इसी तरह निकटतम रेलवे स्टेशन अलुवा है, जिसकी मुन्नार से दूरी 100 किलोमीटर है। इसके अलावा यह स्थान सड़क मार्ग से भी केरल और तमिलनाडु के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा है।