मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़ (बैतूल) (Ajab Gajab)। विभिन्न कारणों से समय-समय पर पशुओं ही नहीं बल्कि इंसानों के भी ऐसे बच्चे जन्म लेते हैं जिनमें कुछ कमियां रह जाती है। इनमें से कुछ कमियां तो ऐसी होती है जो कि इन बच्चों को कौतूहल का उत्सुकता का विषय बना देती हैं। ऐसा ही एक बच्चा इन दिनों मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में सभी के कौतूहल और उत्सुकता का केंद्र बना हुआ है।
यह बच्चा एक बकरी का बच्चा (मेमना) है। यह अपने आप में कुछ ऐसी कमी लेकर दुनिया में आया है जिससे यह विलक्षण बन गया है। बैतूल जिले के के भैंसदेही ब्लॉक की ग्राम पंचायत कालडोंगरी के निवासी चूंचू उइके के द्वारा पाली गई बकरी ने इस मेमने को जन्म दिया है। जन्म लेने के बाद से ही यह मेमना सभी के कौतूहल का विषय बन गया है और लोग उसे देखने तथा उसके बारे में जानकारी लेने पहुंच रहे हैं।
आगे के दोनों पांव सामान्य, पिछले नहीं
दरअसल, इस मेमने के पीछे के दोनों पांव पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाए हैं। उसके पिछले दोनों पांव आधे-आधे ही हैं। इसके विपरीत आगे के दोनों पांव पूरी तरह विकसित हैं। इसके चलते यह मेमना अपने पांव पर खड़ा भी नहीं हो पा रहा है क्योंकि उसके शरीर का संतुलन ही बन पा रहा है। बच्चे की यह हालत उसकी मां भी देख कर अपने बच्चे पर तरस खा रही है।
पशु चिकित्सक ने यह बताया कारण
इस बारे में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रीति बंसल का कहना है कि बच्चे के पिछले पांव सामान्य रूप से विकसित नहीं हो पाने का कारण यही हो सकता है कि बकरी के खाने में गर्भ काल के दौरान केमिकल जैसी कोई चीज आ गई होगी। इसके अलावा कई बच्चे गर्भ में ही आनुवांशिकता का शिकार हो जाते हैं। ये ही उसका कारण हो सकता है।