Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 के दौरान, बिना किसी विशेष स्नान पर्व के भी, देशभर से लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इस अप्रत्याशित भीड़ के कारण, निजी वाहनों और बसों से शहर में प्रवेश करना अत्यंत कठिन हो गया है। प्रत्येक घंटे लगभग 7,000 से 8,000 वाहन शहर में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे सभी प्रमुख मार्गों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग रहा है।
वाहनों की धीमी गति और बार-बार रुकावटों के कारण, 20 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग आठ घंटे का समय लग रहा है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए, प्रशासन ने सीमावर्ती जिलों और अन्य राज्यों में वाहनों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया है।
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मुख्य मार्गों पर जाम की स्थिति
प्रयागराज में रीवा-चित्रकूट, मिर्जापुर, वाराणसी, जौनपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, कानपुर, कौशांबी मार्गों से हजारों वाहन प्रवेश कर रहे हैं। रविवार सुबह से ही नैनी, झूंसी, फाफामऊ के पीछे लगभग 10 किलोमीटर तक वाहनों की कतारें देखी गईं। फतेहपुर में वाहनों को रोकना पड़ा।
तथ्यों के अनुसार, वाराणसी मार्ग से प्रति घंटे 1,500 से 1,700, रीवा-चित्रकूट मार्ग से 1,800 से 2,000, लखनऊ मार्ग से 1,500 से 2,000, और मिर्जापुर मार्ग से 500 से 700 वाहन आ रहे हैं। अन्य मार्गों से भी बड़ी संख्या में वाहन प्रवेश कर रहे हैं। प्रत्येक 24 घंटे में लगभग 2.5 से 3 लाख वाहन शहर में आ-जा रहे हैं, जिससे सभी मार्गों पर भारी दबाव है।
प्रशासनिक प्रयास और चुनौतियाँ
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए, प्रशासन ने सभी पार्किंग स्थल और होल्डिंग क्षेत्रों को खोल दिया है। हालांकि, वाहनों की अत्यधिक संख्या के कारण, यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। लोगों को 10 से 15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। वीआईपी आगमन के कारण भी जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। ट्रैफिक एसपी नीरज पांडे के अनुसार, मौनी अमावस्या की योजना को शहर और मेला क्षेत्र में लागू किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानी हो।
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रेलवे की विशेष व्यवस्था
भीड़ के दबाव को देखते हुए, रेलवे ने आपातकालीन योजना के तहत मार्गों का डायवर्जन किया है। रविवार को रेलवे ने लगातार विशेष ट्रेनों का संचालन किया, और शाम 8 बजे तक 102 विशेष ट्रेनें चलाई गईं। रात 12 बजे तक लगभग 150 विशेष ट्रेनों के संचालन की उम्मीद है।
महाकुंभ 2025 में अप्रत्याशित भीड़ और यातायात की चुनौतियों के बावजूद, प्रशासन और रेलवे द्वारा किए गए प्रयासों से स्थिति को संभालने का प्रयास जारी है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और धैर्य बनाए रखें।