किसानों के लिए आवारा और जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। हालांकि, महंगे उपायों के बजाय, कुछ घरेलू और पारंपरिक तरीकों से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
नीम और गोबर का घोल एक प्रभावी उपाय
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, नीम की पत्तियों और गोबर से तैयार किया गया घोल जंगली और आवारा जानवरों को फसलों से दूर रखने में सहायक है। इस घोल की कड़वाहट और तीव्र गंध के कारण जानवर फसलों के पास नहीं आते।
घोल तैयार करने की विधि
- एक किलोग्राम नीम की पत्तियों को पीसकर 20 लीटर पानी में मिलाएं।
- इसमें 1 किलोग्राम गोबर मिलाएं।
- इस मिश्रण को लगभग 10 घंटे तक छोड़ दें।
- इसके बाद, घोल को छानकर फसलों पर छिड़काव करें।
इस घोल का छिड़काव न केवल जानवरों को दूर रखता है, बल्कि नीम की जीवाणुरोधी गुणों और गोबर में मौजूद सूक्ष्म पोषक तत्वों के कारण फसलों को पोषण भी मिलता है।
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अन्य पारंपरिक उपाय
इसके अलावा, कुछ किसान अपने खेतों में पारंपरिक तरीकों का उपयोग करते हैं, जैसे कि खेतों के किनारों पर विशेष पौधों का रोपण, जो जानवरों को दूर रखते हैं। इन उपायों से फसलों की सुरक्षा में मदद मिलती है और उत्पादन में वृद्धि होती है।
इन सरल और सस्ते उपायों को अपनाकर, किसान अपनी फसलों को आवारा और जंगली जानवरों से सुरक्षित रख सकते हैं, साथ ही महंगे उपायों की आवश्यकता भी नहीं पड़ती।