Procurement Scam MP: मध्यप्रदेश में हाल ही में हुई मूंग और उड़द खरीदी में गड़बड़ी की कई शिकायतें शासन को मिली थी। इस पर शासन द्वारा उपार्जन केंद्रों में जांच पड़ताल भी कराई गई थी। इस जांच में जो गड़बड़ियां मिली थी, उसके लिए जल्द ही जिम्मेदारों पर गाज गिरने वाली है। इसमें खरीदी केंद्र ही नहीं बल्कि विभागीय अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।
यह बात प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कही। वे मंत्रालय में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर मोटे अनाज (ज्वार, बाजरा) उपार्जन तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अपर मुख्य सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्रीमती रश्मि अरुण शमी, प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम अनुराग वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
मंत्री श्री राजपूत ने निर्देश दिये कि विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर मूंग एवं उड़द की खरीदी के दौरान उपार्जन केंद्रों में कराई गई जांच की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि अनियमितताओं को लेकर संबंधित खरीदी केन्द्रों और अधिकारियों की जबाहदेही तय की जायेगी।
किसानों के हितों से समझौता बर्दाश्त नहीं
खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि खरीदी प्रक्रिया में गड़बड़ी, गुणवत्ता परीक्षण में लापरवाही या किसानों को भुगतान जैसी शिकायतों पर कठोर कदम उठाये जाएंगे। किसानों के हितों से समझौता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। जिन केन्द्रों में अनियमितता सामने आई है उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई होगी।
ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम करेंगे मजबूत
उन्होंने कहा कि भविष्य में खरीदी केन्द्रों की नियमित मॉनिटरिंग के साथ-साथ ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम को मजबूत किया जायेगा, जिससे किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न उठाना पड़ें।
युद्ध स्तर पर तैयारी करने के निर्देश
मंत्री श्री राजपूत ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि मोटे अनाज (ज्वार, बाजरा) की समर्थन मूल्य पर खरीदी की तैयारियां युद्ध स्तर पर की जाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि खरीदी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं कि जायेगी। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को किसी तरह की परेशानी न उठानी पड़े।
उपार्जन केंद्रों पर लगातार रखें निगरानी
खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि खरीदी कार्य की तैयारियों में कोई ढिलाई न बरती जाये। उन्होंने सभी उपार्जन केन्द्रों पर लगातार निगरानी रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री राजपूत ने कहा कि किसी भी उपार्जन केन्द्र पर किसी भी प्रकार की अनियमितता या गड़बड़ी की किंचित भी शिकायत बर्दाश्त नहीं कि जायेगी।
कतारों में खड़े न रखें किसानों को
उन्होंने स्पष्ट किया है कि खरीदी के दौरान किसानों की सुविधा के सभी इंतजाम किये जायें, ताकि किसानों को कतारों में खड़े न रहना पड़े और तौल एवं भुगतान प्रक्रिया सरल और तेज रहे।
खाद्य मंत्री ने निर्देश दिये कि किसान द्वारा समर्थन मूल्य पर विक्रय उपज का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किसान के आधार लिंक बैंक खाते में किया जाये। बैठक में उपार्जन केन्द्रों की व्यवस्थाओं, परिवहन, भंडारण और भुगतान की समय-सीमा पर विस्तार से चर्चा की गई।
- Read Also: Ladli Behna Yojana 2025: लाड़ली बहना योजना में जल्द जोड़े जाएंगे नए नाम, सीएम मोहन यादव ने किया ऐलान
❓ इस खबर से जुड़े संभावित FAQs
Q1. मूंग और उड़द खरीदी घोटाले में किस पर कार्रवाई होगी?
👉 शासन की जांच रिपोर्ट के आधार पर खरीदी केंद्रों के जिम्मेदारों और विभागीय अधिकारियों दोनों पर कार्रवाई की जाएगी।
Q2. किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है?
👉 किसानों को समय पर भुगतान, गुणवत्ता परीक्षण की सख्ती और खरीदी केंद्रों की लगातार निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।
Q3. क्या अफसर भी जांच के दायरे में आएंगे?
👉 हां, खाद्य मंत्री ने स्पष्ट किया है कि अफसर भी Moong Urad Procurement Scam में जिम्मेदार पाए जाने पर नहीं बचेंगे।
Q4. खरीदी प्रक्रिया में सुधार के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
👉 ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम को मजबूत किया जाएगा और खरीदी केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी।
Q5. किसानों की सुविधा के लिए क्या इंतजाम होंगे?
👉 कतारों में खड़े न रहना पड़े, तौल और भुगतान प्रक्रिया तेज व सरल रहे, इसके लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएंगे।
देश-दुनिया की ताजा खबरें (Hindi News Madhyapradesh) अब हिंदी में पढ़ें | Trending खबरों के लिए जुड़े रहे betulupdate.in से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए सर्च करें betulupdate.in