Prohibition of alcohol in MP: मध्यप्रदेश के धार्मिक नगरों में जल्द ही पूरी तरह से शराबबंदी हो सकती है। यह बात खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को मीडिया के लिए जारी संदेश में कही है। ऐसा होता है तो प्रदेश के कई शहरों में फिलहाल संचालित शराब दुकानें बंद हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोमवार को मीडिया के लिए जारी संदेश में कहा कि राज्य सरकार अपनी नीति में सुधार कर, धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू करने पर विचार कर रही है। इस संबंध में साधु-संतों द्वारा दिए गए सुझावों पर राज्य सरकार गंभीर है। शराब के कारण धार्मिक नगरों का वातावरण प्रभावित होने संबंधी शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमारा प्रयास है कि इन नगरों की पवित्रता अक्षुण्ण रहें। अत: राज्य सरकार जल्द ही निर्णय लेकर इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए इस संदेश से साफ है कि जल्द ही प्रदेश के धार्मिक नगरों में पूरी तरह से शराबबंदी हो जाएगी।
मध्यप्रदेश में यह हैं प्रमुख धार्मिक नगर
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन, ओंकारेश्वर, अमरकंटक, पीताम्बरा सिद्ध शक्तिपीठ की नगरी दतिया, मां ताप्ती की उद्गम स्थली मुलताई, विजयासन माता का धाम सलकनपुर, भोजपुर, मां चामुंडा एवं तुलजा भवानी का धाम देवास, मां शारदा भवानी का धाम मैहर प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। इनके अलावा भी कई धार्मिक नगर प्रदेश में हैं।