Oldest national highway: किसी भी क्षेत्र के विकास की बुनियाद उस क्षेत्र में स्थित सड़कें होती है। यदि सड़क जैसी आधारभूत सुविधा ही नहीं तो फिर विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इस बात को मौजूदा सरकारें ही नहीं बल्कि सालों पहले राज करने वाले शासक भी जानते थे। यही कारण है कि उन्होंने भी सड़कों के विकास पर भी उतना ही ध्यान दिया था।
आज देश भर में नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है। देश भर में अभी तक लगभग 600 नेशनल हाईवे बन चुके हैं। लेकिन, आपको यह जानकर हैरत होगी कि हमारे देश का पहला नेशनल हाईवे कोई आधुनिक काल में नहीं बना, बल्कि यह हजारों साल पहले बना था। इसकी खास बात यह है कि यह केवल देश की ही नहीं बल्कि विदेशों तक की यात्रा करवा सकता है। इसका अस्तित्व आज भी कायम है।
भारत के इस सबसे पुराने हाईवे का नाम है जीटी रोड या ग्रैंड ट्रंक रोड। यह दक्षिण एशिया के सबसे पुराने और लंबे मार्गों में से एक है। इसकी कुल लंबाई लगभग 2400 किलोमीटर है। यह भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी और पश्चिमी भागों को जोड़ता है। यह हाईवे बांग्लादेश के चटगांव से शुरू होता है और भारत के बाद पाकिस्तान के लाहौर व रावलपिंडी होते हुए अफगानिस्तान में काबुल तक जाता है। भारत में यह वर्धमान, आसनसोल, सासाराम, प्रयागराज, कानपुर, कन्नौज, एटा, अलीगढ़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, दिल्ली, पानीपत, करनाल, अंबाला, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर आदि स्थानों से गुजरता है।
माना जाता है कि इसका निर्माण सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में हुआ था। इसके बाद 16वीं शताब्दी में इसे दिल्ली के सुल्तान रहे शेरशाह सूरी ने पक्का करवाया था। यही नहीं उन्होंने इस मार्ग पर जगह-जगह कोस मीनार और सराय का निर्माण कराया, साथ ही पेड़ भी लगवाए। कोस मीनार का निर्माण दूरी मापने के लिए किया जाता था। एक कोस में 3.22 किलोमीटर होते हैं। सराय में लोगों के ठहरने के लिए कमरों के साथ ही पशुओं को बांधन के लिए जगह और पीने के पानी के लिए कुएं भी थे।
सबसे पहले इस मार्ग को उत्तरापथ के नाम से जाना जाता था क्योंकि यह उत्तर भारत में स्थित है। इसके बाद इस मार्ग को सड़क-ए-आजम, बादशाही सड़क और द लॉन्ग रोड कहा जाने लगा। आखिर में अंग्रेजों ने इसे ग्रैंड ट्रक रोड नाम दिया और अभी तक इसका यही नाम कायम है। भारत में एनएच-1, एनएच-2, एनएच-5 और एनएच-91 इसी सड़क का हिस्सा है। हावड़ा से कानपुर तक के सेक्शन को नेशनल हाईवे 2, कानपुर से गाजियाबाद सेक्शन को नेशनल हाईवे 91 और दिल्ली से हरियाणा और पंजाब के अमृतसर से होते हुए अटारी तक के सेक्शन को नेशनल हाईवे 1 नाम दिया गया है।