National Highway closed : उत्तराखंड राज्य में प्राकृतिक आपदाएं अक्सर आती रहती हैं। यह आपदाएं इस राज्य में आवागमन को भी बड़े स्तर पर प्रभावित करती है। पहाड़ों में बसे इस राज्य में जगह-जगह भू-स्खलन होना आम बात है। यही कारण है कि छोटे मार्ग ही नहीं बल्कि नेशनल हाईवे तक पर आवाजाही बंद हो जाती है। चमोली-बद्रीनाथ नेशनल हाईवे को भी फिलहाल नंदप्रयाग से चमोली के बीच बंद कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बारिश के मौसम में चमोली-बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर नंदप्रयाग से चमोली के बीच पार्थदीप स्थित लैंड स्लाइड जोन में भारी मलबा आ गया था। नेशनल हाईवे का लगभग आधा किलोमीटर का हिस्सा पूरी तरह मलबे की चपेट में आ गया था। उस समय बद्रीनाथ यात्रा जारी थी। इसलिए नेशनल हाईवे को बंद करना संभव नहीं था। मलबा होने के बावजूद अभी तक इस हाईवे से एक लेन से आवाजाही जारी थी।
जिला प्रशासन ने दी 21 दिनों की अनुमति
अब बद्रीनाथ यात्रा समाप्त हो चुकी है। इसलिए एनएचआईडीसीएल द्वारा इस मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है। एनएचआईडीसीएल ने मलबा हटाने का कार्य करने के लिए 18 दिसंबर 2024 से 7 जनवरी 2025 तक कुल 21 दिनों का समय जिला प्रशासन से मांगा था। इस पर जिला प्रशासन ने अनुमति दे दी है। साथ ही यातायात को नंदप्रयाग-कोठियाल सैण-चमोली मोटर मार्ग से व्यवस्थित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
इस मार्ग से हो रही फिलहाल आवाजाही
अनुमति मिलने के बाद एनएचआईडीसीएल ने मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। मलबा हटाने के लिए नेशनल हाईवे का यह हिस्सा बंद करने से नंदप्रयाग से गोपेश्वर और नंदप्रयाग से बद्रीनाथ जाने वाले वाहनों को नंदप्रयाग-कोठियाल सैण-चमोली मार्ग से निकाला जा रहा है। बाहर से पहुंचने वाले पर्यटकों को भी इसी मार्ग से आवाजाही करना होगा। मलबा हटाने का काम सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक होगा।