Lakhpati didi Yojana: केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने दिल्ली आवास पर मध्य प्रदेश से आई दो सौ लखपति दीदियों से संवाद कर उनके अनुभव और विचार प्राप्त किए। इस दौरान श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के अनुसार भारत को विकसित भारत बनाने में लखपति दीदियों की अहम भूमिका होगी। हमारा उद्देश्य केवल दीदियों को लखपति बनाना ही नहीं, बल्कि इन्हें मिलेनियर दीदी और करोड़पति दीदी बनाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत को विकसित भारत बनाने में लखपति दीदियों की अहम भूमिका होगी और ये दीदियां राष्ट्र निर्माण की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होंगी।
उन्होंने कहा कि ये समाज ऐसा रहा है कि जिसमें पुरुषों को प्रधानता वर्षों से रही है। जमीन – जायदाद भी पुरुषों के नाम, पति के नाम, बेटों की नाम कराई जाती थी इसलिए मैंने एक तरकीब और भिड़ाई कि बेटी या बहनों के नाम संपत्ति खरीदोगे तो टैक्स 1 प्रतिशत भी नहीं लगेगा और अगर भाई के नाम खरीदोगे तो कम से कम 3 प्रतिशत देना पड़ेगा। इस बहाने बहनों के नाम पर संपत्ति आना शुरू हो गई। जब मैं मजदूर बहनों को खेतों में काम करते देखता था। विशेषकर वे बहनें जो बेटा-बेटी को जन्म देने वाली होती थीं तो वे दो दिन पहले तक मजदूरी करती थीं और जन्म देने के बाद 8 दिन का बच्चा भी नहीं होता था और वे खेतों में मजदूरी करने लग जाती थीं। इसलिए तब योजना बनी कि बेटा -बेटी के जन्म से पहले 4 हजार और जन्म देने के बाद 12 हजार रुपए दिए जाएंगे ताकि वो भी अपने घर पर आराम कर सके। लाडली बहना भी उसी की एक कड़ी थी। क्यों हाथ फैलाना पड़े, क्यों किसी से मांगना पड़े।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि लखपति का सफर करोड़पति तक ले जाना है। ये मेरा सपना है और प्रधानमंत्री श्री मोदी का संकल्प भी है। आज हम ये तय करें कि अपने गांव में किसी बहन को गरीबी में नहीं रहने देंगे। हम अकेले आगे नहीं बढ़ेंगे। वे बहनें जो आज पैसा नहीं कमा रही हैं, वे बहनें जो गरीबी की जिंदगी जी रही हैं जो आज परेशानी में हैं। उन बहनों को भी आजीविका मिशन के माध्यम से रास्ता दिखाना है और स्वयं सहायता समूह में शामिल करना है। जो समूह आर्थिक गतिविधियों में नहीं है उनकी आर्थिक गतिविधियां चालू करवाना है जिससे उनकी आमदनी भी बढ़े। इसके लिए कई तरह के काम करेंगे।
उन्होंने आगे कहा- विदिशा में एक भाग्योदय नामक संगठन बना है। उसमें करीब 6 हजार बहनें जुड़ी हैं जो दूध का काम कर रही हैं। अब हम उन्हें 6 हजार से 60 हजार करेंगे। विदिशा, रायसेन, सीहोर से धीरे-धीरे सब जगह फैलायेंगे। मेरा सपना है और प्रधानमंत्री श्री मोदी का संकल्प है कि हम गरीबी मुक्त गांव बनाएंगे और कोई गरीब तब नहीं रहेगा जब उसके हाथ में कोई न कोई काम होगा इसलिए आजीविका मिशन, सरकार, मैं और राज्य सरकार सब मिलकर पूरी ताकत से साथ देंगे। हमने तय किया है कि गरीबी मुक्त गांव बनाना है और दूसरी बात आज हम जहां है उससे आगे बढ़ना है। तीसरी बात अपने गाँव में कोई बहन और बेटी के साथ अन्याय और अत्याचार नहीं होने देना है। अगर कहीं होता है तो सभी संगठित होकर साथ खड़े होंगे ताकि कोई भी बेटी और बहन पर अत्याचार न कर सके, अन्याय न कर सके।
केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में सबसे पहले सभी दीदियों का पारंपरिक रूप से स्वागत एवं सत्कार किया और उनकी लखपति बनने की प्रगति गाथा को बताने के लिए भी आग्रह किया। कुछ प्रमुख दीदियों ने अपने विचार साझा किए। दीदियों ने दिल्ली आने के अनुभव एवं गणतंत्र दिवस में शरीक होकर झांकी की भव्यता देखने के अनुभव को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि आज इतने करीब से जीवन में पहली बार प्रधानमंत्री श्री मोदी को देखा, श्री मोदी ने हमारे ब्लॉक में आकर सभी दीदियों को आशीर्वाद दिया।
आशिया बेग दीदी ने कहा कि मैं अपने भाई के घर आकर बहुत खुश हूं, अब दिल्ली में भी हमारा मायका हो गया है। क्षमा तिवारी दीदी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनकी शादी 13 वर्ष की उम्र में अत्यंत गरीब परिवार में हुई थी, आज वे स्वयं सहायता समूह से जुड़कर स्वयं मास्टर डिग्री प्राप्त करने के साथ ही पूरे परिवार को गरीबी से बाहर निकालकर खुशहाल जीवन जी रही हैं, इसके लिए उन्होंने अपने भाई मंत्री शिवराज सिंह को धन्यवाद दिया। श्री चौहान ने मंत्रालय की तरफ से दीदियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।