Indore-Manmad Railway Line: मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र राज्य के इंदौर व मनमाड़ को जोड़ने के लिए बिछाई जाने वाली इंदौर-मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट ने रफ्तार पकड़ ली है। मध्यप्रदेश में यह रेल लाइन 3 जिलों के 77 गांवों से गुजरेगी। इन सभी गांवों से जमीन अधिग्रहण किया जाना है। वहीं इंदौर जिले की महू तहसील के 18 गांवों से जमीन अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन भी जारी हो चुका है। उधर महाराष्ट्र में भी जमीन अधिग्रहण संबंधी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
गौरतलब है कि इंदौर से मनमाड़ तक 309 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन को बीते साल सितंबर माह में केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी। इस रेलवे लाइन का पूरा कार्य 18036 करोड़ रुपये में होना है। मध्यप्रदेश में इस रेलवे लाइन की लंबाई 170.56 किलोमीटर होगा। एमपी में कुल 18 रेलवे स्टेशन इस रेलवे लाइन पर होंगे, जिनमें महू, कैलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा, सराय तालाब, नीमगढ़, चिक्तयाबड़, ग्यारसपुरखेड़ी, कोठड़ा, जरवाह, अजंदी, बघाड़ी, कुसमारी, जुलवानिया, सालीकलां, वनिहार, बवादड़ और मालवा शामिल हैं।
प्रोजेक्ट में 905 हेक्टेयर निजी जमीन
यह रेलवे लाइन प्रदेश के 3 जिलों धार, खरगोन और बड़वानी के 77 गांवों से होकर गुजरेगी। वहीं लगभग 1000 गांवों के लोग इस रेलवे लाइन से लाभान्वित होंगे। यह लाइन जिन इलाकों से गुजरेगी, उनमें से 905 हेक्टेयर निजी जमीन है। यह जमीन रेलवे द्वारा अधिग्रहित की जाएगी। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
इन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित
रेलवे द्वारा इंदौर जिले की महू तहसील के 18 गांवों से जमीन के अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके साथ ही उन गांवों की सूची भी जारी कर दी है जहां की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इसके अनुसार महू तहसील के खेड़ी, चैनपुरा, कमदपुर, खुदालपुरा, कुराड़ाखेड़ी, अहिल्यापुर, नांदेड़, जामली, केलोद, बेरछा, गवली पलासिया, आशापुरा, मलेंडी, कोदरिया, बोरखेड़ी, चौरड़िया, न्यू गुराड़िया और महू केंटोनमेंट एरिया की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इसके साथ ही भू-अर्जन अधिकारी भी नियुक्त कर दिया है।
महाराष्ट्र में 37 गांवों से ली जाएगी जमीन
दूसरी ओर महाराष्ट्र में धुलिया जिले के 10, शिंदखेड़ा तहसील के 9 और शिरपुर तहसील के 18 गांवों की जमीन शामिल हैं। बताया जाता है कि विशेष परियोजना में लिए जाने के कारण इस प्रोजेक्ट को नीति आयोग प्रधानमंत्री कार्यालय वित्तीय विभाग से विशेष मंजूरी मिली है। इसके चलते इस प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है।
इस रेलवे लाइन से यह होंगे लाभ
इस रेलवे लाइन से इंदौर से मुंबई की दूरी 830 किलोमीटर से घटकर 568 किलोमीटर ही रह जाएगी। रेल लाइन बिछने पर इस लाइन पर 16 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होगा। इनमें 50 लाख यात्री शुरूआती वर्षों में सफर करेंगे। इस प्रोजेक्ट से एक हजार गांव और 30 लाख की आबादी रेल सेवाओं से सीधे तौर से जुड़ सकेंगे।