Highway Projects MP : मध्यप्रदेश में वर्ष 2028 में सिंहस्थ महाकुंभ होना है। इसके चलते सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर खासा ध्यान दे रही है। अन्य बुनियादी सुविधाओं के अलावा परिवहन सुविधाओं को चकाचक करने पर भी सरकार का उतना ही फोकस है ताकि वाहनों की आवाजाही तेज रफ्तार और सुगमता से हो सके।
यही कारण है कि नए साल में सरकार सड़क निर्माण के कुछ बड़े प्रोजेक्ट भी शुरू करने वाली है। इनमें 5 नेशनल हाईवे के प्राजेक्ट भी शामिल हैं। इन पर कुल 11275 रुपये की राशि खर्च की जाएगी। प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2027 तक इन्हें तैयार कर लिया जाएं। आइएं जानते हैं कि वे 5 बड़े प्रोजेक्ट कौनसे हैं जो कि आवाजाही को आसान बनाने के साथ प्रदेश के विकास को भी रफ्तार प्रदान करेंगे…
इंदौर-उज्जैन ग्रीन फील्ड 4 लेन हाईवे
इंदौर से उज्जैन तक कुल 48.5 किलोमीटर लंबा यह ग्रीन फील्ड 4 लेन हाईवे 1370 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। इसके लिए कैबिनेट से मंजूरी भी मिल चुकी है। अब केवल टेंडर होना बाकी है। इसके अलावा उज्जैन सिंहस्थ बायपास को टू लेन से 4 लेन भी किया जाएगा। इस पर 701 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इंदौर-उज्जैन ग्रीन फील्ड 4 लेन हाईवे से पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया को भी कनेक्टिविटी मिलेगी। यह हाईवे उज्जैन के चिंतामन गणेश मंदिर से चंद्रावतीगंज, अजनोद, खजूरिया, हातोद से गांधी नगर आदि से गुजरेगा।
इंदौर-उज्जैन हाइब्रिड एन्युटी मोड 6 लेन हाईवे
इस कार्य के तहत मौजूदा इंदौर-उज्जैन 4 लेन को 6 लेन किया जाएगा। यह हाईवे महाकाल चौराहा, नाखेड़ा चौराहा, निनोरा, पंथपिपलई, किठोदा, बड़ादिया खान, कायस्थ खेड़ी, सांवेर, तराना, राजोदा, धरमपुरी होते हुए इंदौर पहुंचेगा। इसकी लंबाई 48.5 किलोमीटर रहेगी। 1370 करोड़ की लागत से यह कार्य पूरा होगा। इस हाईवे पर 2 नदी पुल, 26 छोटे पुल, 2 फ्लाई ओवर, 2 रेलवे ओवरब्रिज और 6 व्हीकुलर अंडरपास बनेंगे। इस हाईवे के बनने से इंदौर-उज्जैन के बीच की दूर मात्र आधा घंटे में तय होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर हो चुका है।
उज्जैन-जावरा ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे
यह हाईवे कुल 102 किलोमीटर लंबा होगा। यह उज्जैन से उन्हेल, खाचरोद, नामली होते हुए जावरा तक पहुंचेगा। इस प्रोजेक्ट पर कुल 5017 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इस हाईवे को बनाने का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ना है जो कि मध्यप्रदेश में 247 किलोमीटर लंबा है। इससे मध्यप्रदेश की राजस्थान और गुजरात की कनेक्टिविटी भी हो जाएगी। इस हाईवे के दोनों ओर फेंसिंग होगी, जिससे पशुओं की एंट्री नहीं हो पाएगी। इसके अलावा आसपास के रास्ते भी सीधे इस हाईवे से नहीं मिलेंगे।
फोरलेन होगी सागर से दमोह तक की सड़क
अगले साल एक बड़ा प्रोजेक्ट सागर से दमोह की टू-लेन सड़क को फोरलेन किए जाने का भी है। इस 77 किलोमीटर लंबी सड़क को फोरलेन करने के लिए 2100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट को मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली साधिकार समिति की अनुमति मिल चुकी है। अब इसे मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम ने कैबिनेट की अनुमति के लिए भेजा है।
भोपाल से विदिशा फोरलेन हाईवे
भोपाल से विदिशा तक फोरलेन हाईवे बनाए जाने की भी योजना है। यह सड़क भोपाल से सूखी सेवनिया, बालमपुर, दीवानगंज और सलामतपुर होते हुए विदिशा तक जाएगी। कुल 52 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर 1096 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस मार्ग का निर्माण भी मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम द्वारा करवाया जाएगा। इस सड़क के बनने से भोपाल और विदिशा के बीच की दूरी 20 किलोमीटर कम हो जाएगी।