Air Strip Highway: देश भर में इन दिनों बड़ी संख्या में नेशनल हाईवे, एक्सप्रेसवे और हाई स्पीड हाईवे बनाए जा रहे हैं। इनसे एक ओर जहां सड़क परिवहन आसान और तेज हो सकेगा, वहीं दूसरी ओर कई हाईवे सड़क परिवहन के अलावा अन्य दूसरे उपयोग में भी लिए जा सकने योग्य बनाए जा रहे हैं। कुछ हाईवे इस तरह से बनाए जा रहे हैं कि भविष्य में उन पर हवाई जहाजों की लैंडिंग भी आपातकालीन स्थिति में किया जा सके।
ऐसा ही एक फोरलेन हाईवे बिहार और झारखंड राज्य में भी बनाए जाने की मंजूरी मिल चुकी है। यह नेशनल हाईवे बिहार के भागलपुर में एकचारी से झारखंड के गोड्डा में महागामा तक बनाया जाएगा। जिससे झारखंड और बिहार राज्यों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यह हाईवे बिहार में एनएच-33 से शुरू होगा और झारखंड में एनएच-133 पर समाप्त होगा।
अप्रैल माह से काम शुरू होने की संभावना
कुल 27.25 किलोमीटर लंबा यह फोरलेन हाईवे 1068 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस हाईवे का टेंडर निकाल दिया है और यह फरवरी महीने तक फाइनल हो जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि अप्रैल महीने से इस फोरलेन हाईवे का काम शुरू भी हो जाएगा। यह कार्य नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा कराया जाएगा।
चार किलोमीटर लंबी होगी एयर स्ट्रिप
अब अधिकांश हाईवे इस तरह से बनाए जा रहे हैं कि आपात स्थितियों में उन पर हवाई जहाजों की लैंडिंग भी कराई जा सके। लिहाजा, इस फोरलेन हाईवे को भी इसी नजरिए से बनाया जा रहा है। इस हाईवे पर 4 किलोमीटर लंबी एयर स्ट्रिप भी बनेगा। जिससे कभी जरुरत पड़ने पर इस पर हवाई जहाजों की लैंडिंग भी कराई जा सकेगी।
हाईवे के लिए नहीं तोड़ा जाएगा एक भी मकान
अक्सर कहा जाता है कि विकास अपने साथ विनाश भी लाता है। किसी भी नए प्रोजेक्ट के लिए बड़ी संख्या में पेड़ काटे जाते हैं तो कुछ हाईवे बनाने के लिए बड़ी तादाद में मकानों को भी तोड़ना पड़ता है। इससे सालों से बसे हुए लोगों का अन्य जगह पुनर्वास करना होता है। इस प्रोजेक्ट की सबसे अच्छी बात यह है कि यह पूरा हाईवे नए अलायननेंट पर बनेगा। इसके लिए एक भी मकान तोड़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी। लोगों को सुविधा तो मिलेगी, लेकिन किसी तरह का बलिदान नहीं देना होगा।