Hanging Bridge MP: मुंबई के सी लिंक की तरह एमपी में भी बनेगा खूबसूरत हैंगिंग ब्रिज, 296 करोड़ होंगे खर्च

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Hanging Bridge MP: मुंबई में बने बांद्रा-वर्ली सी लिंक हैंगिंग ब्रिज के बारे में अधिकांश लोग जानते ही है। इस ब्रिज के बनने से आवागमन जितना आसान हुआ है, उतना ही यह ब्रिज अपनी खूबसूरती और डिजाइन के कारण लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बन रहा है। कई लोग तो इस खूबसूरत ब्रिज को देखने के लिए ही मुंबई तक पहुंच जाते हैं।

हालांकि मध्यप्रदेश के लोगों की यदि ऐसी कोई ख्वाहिश है तो भी अब उन्हें यह हैंगिंग ब्रिज देखने के लिए मुंबई तक जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। दरअसल, मुंबई के इस सी लिंग हैंगिंग ब्रिज की तरह ही हैंगिंग ब्रिज मध्यप्रदेश में भी बनाए जाने की तैयारी है। संभावना है कि इसी महीने के आखिर तक इसका काम शुरू भी हो जाएगा।

मध्यप्रदेश का यह हैंगिंग ब्रिज मध्यप्रदेश के भिंड और उत्तरप्रदेश के इटावा शहर को जोड़ने वाली सड़क पर पड़ने वाली चंबल नदी पर बनाया जाएगा। इस ब्रिज को बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तरह ही खूबसूरत बनाने के लिए उसी तरह से डिजाइन किया गया है। इस ब्रिज का काम 24 महीनों में पूरा कर लिए जाने का टारगेट रखा गया है।


हैंगिंग ब्रिज का ऐसा रहेगा स्ट्रक्चर

इस ब्रिज की कुल लंबाई 594 मीटर और चौड़ाई 14 मीटर रहेगी। इस पुल की ऊंचाई लगभग 130 मीटर होगी। इसका निर्माण कांक्रीट, स्टील और प्रीकास्ट सेगमेंट से किया जाएगा। पुल का मेन स्पैन केबल से बनेगा। यह ब्रिज की मजबूती को बढ़ाएगा। तीन साल पहले इसके लिए राशि मंजूर कर दी गई थी। वहीं इस कार्य को दिल्ली की एएससी इंफ्राटेक कंपनी द्वारा किया जा रहा है।

ब्रिज के साथ सड़क का भी निर्माण

इस हैंगिंग ब्रिज के साथ 8.1 किलोमीटर फोरलेन सड़क भी बनाई जाएगी। यह सड़क यमुना नदी के पुल से चंबल पुल तक बनेगी। सड़क पर डिवाइडर और स्ट्रीट लाइट भी लगेंगी। इससे ब्रिज की सुंदरता और भी बढ़ जाएगी और यात्रा बड़ी मनोरम हो जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए 296 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। इसमें से 130 करोड़ रुपये ब्रिज पर और 166 करोड़ रुपये सड़क निर्माण पर खर्च होगी।

इस ब्रिज की यह महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी

चंबल नदी पर बनने वाला यह हैंगिंग ब्रिज मध्यप्रदेश के अटल प्रोग्रेस-वे को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा। वहीं इस ब्रिज से दोनों राज्यों मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश के बीच आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी, विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस स्थान पर अभी जो पुल है वह 50 साल पुराना हो चुका है। इसे कई बार भारी क्षति भी पहुंची जिससे आवागमन भी प्रभावित हुआ।

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Uttam Malviya

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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