विनोद पातरिया, घोड़ाडोंगरी (बैतूल) (Opium Cultivation)। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में अवैध रूप से अफीम की खेती किए जाने का मामला सामने आया है। सूचना मिलने पर पुलिस ने अवैध रूप से हो रही अफीम की इस खेती के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। मामला बैतूल जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र के सड़कवाड़ा गांव का है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान यहां से बड़ी मात्रा में अफीम के पौधे मिले हैं। पुलिस खेत मालिक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ में बड़े मामले का खुलासा होने की संभावना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को मुखबिर से इस बारे में सूचना मिली थी। जिसके आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान खेत के मालिक भिखारीलाल को हिरासत में ले लिया गया है। जिससे पूछताछ जारी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह फसल पूरी तरह पकने पर करोड़ों की कीमत तक पहुंच सकती थी, लेकिन समय रहते पुलिस ने कार्रवाई कर इसे नष्ट कर दिया। खेत का नजारा देख खुद पुलिस भी दंग रह गई थी।
कई थानों की पुलिस दल में शामिल
एएसपी कमला जोशी और एसडीओपी रोशन जैन के नेतृत्व में बैतूल कोतवाली समेत कई थानों की पुलिस टीम इस कार्रवाई में शामिल रही। मौके पर पहुंची पुलिस ने खेत का निरीक्षण किया तो पाया कि कुछ पौधों में फल लग चुके थे, जबकि कुछ पौधे फूलों की अवस्था में थे। फसल की वर्तमान में अनुमानित कीमत 10 लाख रुपए से अधिक आंकी गई है। हालांकि, मार्च तक पूरी तरह पकने के बाद इसकी कीमत करोड़ों में पहुंच सकती थी।
कहीं कोई बड़ा गिरोह तो नहीं इसमें शामिल
एसपी निश्चल एन झारिया ने बताया कि खेत मालिक को हिरासत में ले लिया गया है। उसके साथ खेती करने वाले एक अन्य की तलाश की जा रही है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी कब से इस अवैध खेती को कर रहा था? इस नशीली फसल की खरीद-बिक्री किन लोगों के माध्यम से की जाती थी? क्या इसमें कोई बड़ा गिरोह शामिल है?
राजस्व विभाग की टीम ने भी शुरू की पड़ताल
इस मामले का खुलासा होने के बाद मौके पर राजस्व विभाग की टीम भी पहुंची है और जमीन का सर्वे कर रही है। दस्तावेजों की जांच की जा रही है कि क्या यह जमीन सरकारी है या निजी और इसमें किस हद तक अनियमितताएं की गई हैं।
बड़े नेटवर्क का हो सकता है खुलासा
बैतूल जिले में अफीम की अवैध खेती का यह मामला मध्यप्रदेश में मादक पदार्थ तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है। अफीम की खेती को सरकार की अनुमति के बिना करना पूरी तरह अवैध है और इसमें कठोर कानूनी प्रावधान लागू होते हैं। संभावना जताई जा रही है कि पंजाब, राजस्थान और अन्य राज्यों के ड्रग तस्करों से आरोपी का संपर्क हो सकता है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि इस इलाके में और कहां-कहां इस तरह की अवैध खेती की जा रही है।