New Railway Station MP: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई क्षेत्र में स्थित ग्राम जौलखेड़ा में रेलवे स्टेशन की स्थापना को लेकर बड़ी पहल की गई है। महाशिवरात्रि के अवसर पर ग्राम पंचायत सरपंच पद्मा कैलाश देशमुख की मौजूदगी में रेलवे के अधिकारियों ने जौलखेड़ा रेलवे गेट के पास सर्वेक्षण किया। सरपंच ने बताया कि आगामी दिनों में ग्राम को रेलवे स्टेशन की सौगात मिल सकती है।
आज रेलवे के इंजीनियरिंग और ऑपरेटिंग विभाग के अधिकारी जौलखेड़ा पहुंचे और जौलखेड़ा रेलवे गेट के पास नए स्टेशन के लिए सर्वे किया। इस सर्वे टीम में सीपीडब्ल्यूआई एसके सोनी, जेई वर्क एससी मीना, टीआई पांढुर्णा वीके झा और सीनियर कमर्शियल इंस्पेक्टर एसडी पंत प्रमुख रूप से शामिल हैं। बताया जा रहा है कि रेलवे स्टेशन निर्माण की योजना पर काम किया जा रहा है, जिससे क्षेत्रवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो सकती है।
जल्द शुरू होगा रेलवे स्टेशन निर्माण
सरपंच पद्मा देशमुख ने जानकारी दी कि रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सभी प्रक्रियाएं पूरी कर रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। रेलवे स्टेशन बनने से ग्रामीणों को यात्रा के लिए सुविधाजनक आवागमन मिलेगा और क्षेत्र का विकास भी तेजी से होगा।
अभी गांव से 4 किलोमीटर दूर है स्टेशन
गौरतलब है कि अभी जौलखेड़ा गांव का स्टेशन गांव से चार किलोमीटर दूर कान्हा बघोली गांव के पास है। इससे यहां के ग्रामीणों को परेशानी होती है। इसी के चलते सरपंच पद्मा कैलाश देशमुख ने डीआरएम को पत्र लिखकर जौलखेड़ा में स्टेशन बनाने और ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग की थी। अब ग्रामवासियों को उम्मीद है कि जल्द ही यह हकीकत बनेगी और उन्हें रेलवे स्टेशन की सौगात मिलेगी।
तीस से ज्यादा गांवों का केंद्र, मठ भी स्थित
उल्लेखनीय है कि जौलखेड़ा गांव की आबादी करीब 3500 है। यह गांव आसपास के 30 से ज्यादा गांवों का केंद्र है। क्षेत्र में प्याज, मटर, टमाटर और गोभी की खेती होती है। स्टेशन बनने से किसान उपज का परिवहन आसानी से कर सकेंगे। यहां पर 400 साल पुराना उदासी मठ भी है। यहां 4 शताब्दियों से धुनी जल रही है। यह मठ देश के 52 उदासी मठों में शामिल हैं। जिससे देश भर से संतों का आना-जाना लगा रहता है। अभी यहां केवल मेमू पैसेंजर ट्रेन भर रूकती है।