Kisan Kavach Ke Fayde : भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां आज भी अधिकांश लोगों की आजीविका खेती-किसानी से ही चलती है। यह भी एक हकीकत है कि फसल को यदि बचाना है तो उस पर समय-समय पर कीटनाशकों का छिड़काव भी करना ही होगा। यह कीटनाशक फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को मारते ही हैं, किसानों को भी खासा नुकसान पहुंचाते हैं। कई किसान तो इनके कारण जान तक गवां चुके हैं। वहीं कइयों के स्वास्थ्य पर इनके दुष्प्रभाव लंबे समय तक बने रहते हैं।
हरियाणा में पानीपत के किसान प्रीतम सिंह ने भी कई अन्य लोगों की तरह, कीटनाशकों के हानिकारक प्रभावों के बारे में चिंता जताई थी। इन खतरों से चिंतित, प्रीतम समाधान के लिए कीटनाशक कंपनियों के पास पहुंचे। उनकी चिंताओं का समाधान किसानों की सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया एक सुरक्षात्मक सूट, किसान कवच के लॉन्च के साथ किया गया। अब प्रीतम और अन्य लोग किसान कवच से पूरे आत्मविश्वास के साथ कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं।
कीटनाशक रोधी बॉडीसूट का अनावरण
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 17 दिसंबर को भारत के पहले कीटनाशक रोधी बॉडीसूट किसान कवच का अनावरण किया, जिसे किसानों को कीटनाशकों के हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह अभूतपूर्व नवाचार किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से कृषि समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस कार्यक्रम में किसानों की सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए किसानों को किसान कवच सूट की पहली खेप का वितरण भी किया गया।
किसानों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए नवाचार
किसान कवच को किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा चिंता का समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया है। सेपियो हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से, बैंगलोर में क्चक्रढ्ढष्ट-द्बठ्ठस्ह्लद्गद्व द्वारा विकसित किया गया यह बॉडीसूट कीटनाशक-प्रेरित विषाक्तता के खिलाफ आवश्यक सुरक्षा प्रदान करता है। किसान कवच सुरक्षा कवच में एक फुल-बॉडी सूट, मास्क, हेडशील्ड और दस्ताने शामिल हैं, जो व्यापक सुरक्षा प्रदान करते हैं।
किसान कवच की कीमत और विशेषताएं
किसान कवच का मूल्य 4 हजार रुपए है और यह सूट धोने योग्य, पुन: उपयोग करने योग्य और 150 बार धोने के बाद दो साल तक चल सकता है। इस सूट में उन्नत फैब्रिक तकनीक है जो संपर्क में आने पर हानिकारक कीटनाशकों को निष्क्रिय कर देती है, जिससे किसानों के लिए अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
कीटनाशकों को बेअसर कर देता है कपड़ा
इसका कपड़ा एक ऐसी प्रक्रिया के माध्यम से काम करता है जहां एक न्यूक्लियोफाइल कपास के रेशों से सहसंयोजक रूप से जुड़ा होता है, जिससे यह न्यूक्लियोफिलिक-मध्यस्थ हाइड्रोलिसिस के माध्यम से कीटनाशकों को बेअसर करने की अनुमति देता है। नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल में विस्तार से बताई गई यह अभूतपूर्व तकनीक किसान कवच को किसानों की सुरक्षा में बदलावकारी बनाती है। सरकार का लक्ष्य समय के साथ लागत को कम करना है ताकि इसे व्यापक पैमाने पर अधिक सुलभ बनाया जा सके।
कीटनाशकों की इसलिए है आवश्यकता
लगातार कम हो रही कृषि योग्य भूमि, कम उत्पादकता और घटते कृषि कार्यबल के साथ बढ़ती खाद्य मांगों को पूरा करने के लिए कृषि उत्पादन में वृद्धि जरूरी है। कीट और अन्य रोगजनक प्रमुख फसलों में 15-25 प्रतिशत हानि का कारण बनते हैं। इसलिए, इन चुनौतियों से निपटने के लिए कीटनाशक आवश्यक हैं।
कीटनाशकों के यह हैं प्रतिकूल प्रभाव
अनुचित तरीके से उपयोग किए जाने पर, कीटनाशक पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिए गंभीर जोखिम पैदा करते हैं। छिड़काव के दौरान, विशेषकर कीटनाशकों को मिलाते समय, जोखिम का खतरा अधिक होता है, क्योंकि कीटनाशक त्वचा, आंखों, मुंह या फेफड़ों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। त्वचा का संपर्क विशेष रूप से खतरनाक है, क्योंकि शरीर के कुछ अंग कीटनाशकों को तेजी से अवशोषित करते हैं, जिससे सुरक्षात्मक प्रक्रिया आवश्यक हो जाती है। कीटनाशकों के दुरुपयोग, अधिक उपयोग और उचित सुरक्षा उपायों की कमी के कारण 2015 और 2018 के बीच, 442 मौतें हुईं।