Irrigation Project MP: एमपी की इस बड़ी सिंचाई योजना का बदला स्थान, डूब में आने से बच गए 14 गांव, क्षमता भी घटाई

By
On:

Irrigation Project MP: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के भीमपुर विकासखंड में करीब 2670 करोड़ की तापी मेगा रिचार्ज योजना के स्थान में परिवर्तन कर दिया गया है। ग्रामीणों के विरोध के बाद शासन को यह निर्णय लेना पड़ा। गत माह ही महाराष्ट्र और प्रदेश के अधिकारियों की इस परियोजना को लेकर बैठक हुई थी। बैठक में ग्रामीणों के विरोध को लेकर भी चर्चा हुई। इसके बाद निर्णय लिया गया है कि चिल्लौर की जगह अब ढेकना के पास परियोजना का काम शिफ्ट किया जाएगा।

सिंचाई विभाग बैतूल के कार्यपालन अधिकारी विपिन बामनकर ने बताया कि 2670 करोड़ रुपए की इस परियोजना में पहले 307 एमसीएम क्षमता का बांध बनाया जाना था, जिससे 81,600 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जानी थी। इसमें बैतूल के 10 हजार हेक्टेयर के अलावा खंडवा, बुरहानपुर और हरदा जिले के 71 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का प्रावधान था। मूल योजना में 8 गांव पूरी तरह और 6 गांव आंशिक रूप से डूब क्षेत्र में आ रहे थे। साथ ही बैतूल-खंडवा हाईवे भी प्रभावित होने वाला था।

संशोधित योजना में यह रखे गए हैं प्रावधान (Irrigation Project MP)

संशोधित योजना में अब चिल्लौर बांध का स्थान बदलकर ढेकना के पास कर दिया गया है। इसके साथ ही इसकी क्षमता घटाकर 140 एमसीएम कर दी गई है। इस संशोधित परियोजना से केवल बैतूल जिले के दामजीपुरा क्षेत्र के 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी। इससे अन्य जिलों को पानी देने की आवश्यकता नहीं होगी।

इन गांवों को मिलेगा योजना का लाभ (Irrigation Project MP)

इस नई परियोजना से महतपुर, नहरपुर, केकड़िया कलां, सहेली, गोबरबेल, चिल्लौर, बालू, बाटला कलां, कामोद और झाकस आदि गांवों को लाभ मिलेगा। विभाग जल्द ही इस परियोजना के सर्वे के लिए निविदाएं आमंत्रित करेगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस संशोधित योजना से क्षेत्र के गांवों को डूब की समस्या से निजात मिल जाएगी।

जिले का बड़ा क्षेत्र डूब में आने से बचेगा (Irrigation Project MP)

विभागीय सूत्रों के मुताबिक विभाग ने हाल ही में खंडवा, बुरहानपुर में एनवीडीए के जरिए दो बड़ी परियोजनाएं स्वीकृत की है। जिससे इन क्षेत्रों की सिंचाई जरूरत को पूरा करने में बेहद मदद मिलेगी, इसलिए चिल्लौर परियोजना की आवश्यकता लगभग खत्म हो गई है। शासन स्तर पर हुई पुनरीक्षित समीक्षा के बाद इसमें बदलाव का फैसला किया गया है। ग्रामीण इसका विरोध भी कर रहे थे। जबकि जिले का बड़ा हिस्सा डूब में आने के बावजूद फायदा कम मिल रहा था।

ग्रामीणों के विरोध पर प्रस्ताव भी बदला (Irrigation Project MP)

इस बदलाव से अब महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश बॉर्डर पर बनने वाले ताप्ती मेगा रिचार्ज प्रोजेक्ट को भी बदल दिया गया है। पहले यहां बड़ा बांध गुटीगढ़ पर बनाकर दोनों तरफ नहरें और उनके किनारों पर बड़े-बड़े किए बनाकर भूजल रिचार्ज की योजना थी, लेकिन अब ऐसा न कर यहां छोटे बैराज बनाने की योजना महाराष्ट्र सरकार ने बनाई है।

देश-दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | Trending खबरों के लिए जुड़े रहे betulupdate.in से| आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए सर्च करें betulupdate.in

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Uttam Malviya

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

सुझाव,शिकायत के लिए हमसे संपर्क करे - betulupdate@gmail.com

अन्य खबरें

Leave a Comment