Farmer Registry Camp: बैतूल कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशानुसार जिले में किसानों के फार्मर रजिस्ट्री बनाने और आधार खसरा लिंक कराने ग्राम पंचायतों में विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उक्त दोनों कार्यवाही 20 मार्च तक एमपी ऑनलाइन, कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के कियोस्क के माध्यम से एवं हल्का पटवारी, युवा सर्वेयर तथा ग्राम सचिव, रोजगार सहायक से संपर्क कर पूर्ण की जा सकती है।
इस संबंध में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने जिले के किसानों से फार्मर रजिस्ट्री बनाने और आधार खसरा लिंक कराने की अपील की है, ताकि भविष्य में शासन की योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके। उन्होंने फॉर्मर संबंधित अधिकारियों को रजिस्ट्री पोर्टल में किसानों के पंजीयन में तेजी लाने के निर्देश दिए है।
उन्होंने कहा कि कैम्प आयोजन दिनांक की सूचना ग्रामवार भूमिस्वामियों को उपलब्ध कराई जाये, जिसके लिए डोर-टू-डोर कैंपेन किया जा सकता है। सोशल मीडिया एवं डिजिटल माध्यम से किसानों को कैम्प एवं फार्मर रजिस्ट्री एवं खसरा-आधार लिंकिंग के अवगत कराया जाए। स्थानीय समाचार पत्रों में आलेख, और अन्य माध्यमों से कैम्प आयोजन की जानकारी एवं फार्मर रजिस्ट्री एवं खसरा-आधार लिंकिंग के संबंध में जानकारी प्रदान की जाए।
20 मार्च तक ग्राम पंचायतों में लगेंगे शिविर
उल्लेखनीय है कि किसानों के लिए भारत सरकार की ओर से कई लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ देश के सभी पात्र किसानों तक पहुंचे इसके लिए फार्मर रजिस्ट्री का काम किया जा रहा है। फार्मर रजिस्ट्री के अंतर्गत किसानों की डिजिटल आईडी बनाई जा रही है जिससे कि किसानों को पारदर्शी माध्यम से इन सभी योजनाओं का लाभ मिल सके।
ऐसे में जब किसान की डिजिटल आईडी बन जाएगी तो उसे एक साथ कई योजनाओं का लाभ मिलेगा। बैतूल जिले में भी फार्मर रजिस्ट्री बनाने का कार्य किया जा रहा है। आगामी 20 मार्च तक जिले की ग्राम पंचायतों में शिविरों का आयोजन कर किसानों को फॉर्मर रजिस्ट्री आईडी बनवाने में राजस्व विभाग के राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
कितना जरूरी है किसान रजिस्ट्री
वर्तमान समय में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए फार्मर आईडी आवश्यक है, राज्य एवं भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ सीधे पात्र किसानों को प्रदान करने के लिए फार्मर आईडी आवश्यक होगी। भविष्य में क्रय-विक्रय पंजीयन की प्रक्रिया में भी फार्मर आईडी आवश्यक होगी।
फार्मर रजिस्ट्री से किसानों को लाभ
फार्मर आईडी के माध्यम से सरकारी योजनाओं एवं सेवाओं तक पहुंच आसान हो सकेगी। पात्र किसान का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, अन्य योजनाओं में स्वतः जुड़ना सम्भव होगा। किसानों से फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्यों एवं अन्य योजनाओं में त्वरित (बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेज के) खरीद संभव हो सकेगी। इसके अलावा फार्मर रजिस्ट्री के साथ-साथ भूमि स्वामियों के खसरे को आधार से लिंक कराना भी अनिवार्य है।
सभी भूमि स्वामियों के खसरे आधार से लिंक हो जाने से अवैध कब्जे एवं अवैध रजिस्ट्री संबंधी मामले संज्ञान में नहीं आएंगे। अतः समस्त भूमि स्वामी उनके नाम से दर्ज आवासीय भूखंड, व्यपवर्तित भूमि एवं कृषि भूमि को शीघ्र से शीघ्र अपने आधार से लिंक करने की कार्यवाही पूर्ण करवाएं।