भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से टिकट बुकिंग की सुविधा प्रदान करता है। हालांकि, कई यात्रियों ने यह देखा है कि ऑनलाइन बुकिंग की तुलना में रेलवे काउंटर से टिकट खरीदना सस्ता होता है। आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग- आईआरसीटीसी
आईआरसीटीसी (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) के आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से यात्री ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। इसके लिए यात्रियों को आईआरसीटीसी पर एक खाता बनाना आवश्यक होता है। ऑनलाइन बुकिंग से यात्रियों को स्टेशन के टिकट काउंटर पर जाने की आवश्यकता नहीं होती, जिससे समय की बचत होती है।
ऑफलाइन टिकट बुकिंग- रेलवे काउंटर
इसके अलावा, यात्री रेलवे स्टेशन पर स्थित पीआरएस (Passenger Reservation System) काउंटर से भी टिकट बुक कर सकते हैं। यह एक कंप्यूटरीकृत प्रणाली है, जहां यात्री अपनी सीट आरक्षित या टिकट रद्द कर सकते हैं। पीआरएस काउंटर आमतौर पर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुले रहते हैं, लेकिन स्थान के अनुसार समय में अंतर हो सकता है।
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मूल्य अंतर का कारण
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने संसद में यह प्रश्न उठाया कि ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए यात्रियों को अधिक शुल्क क्यों देना पड़ता है, जबकि काउंटर से टिकट सस्ते होते हैं। इसके जवाब में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि आईआरसीटीसी को ऑनलाइन टिकटिंग प्रणाली के रखरखाव, उन्नयन और विस्तार के लिए काफी खर्च करना पड़ता है। इसी कारण से यात्रियों से सुविधा शुल्क लिया जाता है। इसके अलावा, ऑनलाइन बुकिंग के लिए बैंकों को भी लेनदेन शुल्क का भुगतान करना पड़ता है।
क्या ऑनलाइन बुकिंग बेहतर है?
ऑनलाइन टिकट बुकिंग से समय की बचत होती है, लेकिन सुविधा शुल्क के कारण यह थोड़ा महंगा हो सकता है। फिर भी, अधिकांश यात्री अब ऑनलाइन टिकट बुकिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं, क्योंकि यह तेज, आसान और बिना किसी लाइन में खड़े हुए टिकट बुक करने का सबसे सरल तरीका है। यदि आप सुविधा शुल्क से बचना चाहते हैं, तो रेलवे काउंटर से टिकट बुक कर सकते हैं। लेकिन यदि आप समय बचाना चाहते हैं, तो आईआरसीटीसी की ऑनलाइन सेवा का लाभ उठा सकते हैं।