Weather Update MP: मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है। यही वजह है कि कहीं तेज बारिश हो रही है तो कहीं वज्रपात हो रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले कुछ घंटों में भी प्रदेश के 2 जिलों में भारी बारिश और 19 जिलों में वज्रपात, आंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शेष जिलों में भी मौसम का मिजाज बदला रहेगा। इन जिलों में वज्रपात होने और आंधी-तूफान चलने की चेतावनी देते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम केंद्र भोपाल द्वारा 27 दिसंबर 2024 को जारी बुलेटिन में बताया गया है कि आने वाले 24 घंटों में प्रदेश के भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, देवास, छिंदवाड़ा, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पांढुर्णा जिलों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने और ओलावृष्टि होने का खतरा बना है। इसके अलावा बैतूल और नर्मदापुरम जिलों में कहीं-कहीं वज्रपात होने, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने, ओलावृष्टि होने के साथ भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इन सभी जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इसके अलावा अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच गुना अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सतना, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, मैहर जिलों में वज्रपात होने और आंधी-तूफान चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों में बारिश होने या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना भी जताई है।
आने वाले दिनों में यहां बारिश
इसके बाद 28 दिसंबर को बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, आगर मालवा, गुना, अशोक नगर, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना जिलों को छोड़ कर शेष सभी जिलों में बारिश होने की संभावना है। 29 दिसंबर को सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि 30 और 31 दिसंबर को किसी भी जिले में बारिश होने की संभावना नहीं जताई गई है।
48 घंटे बाद तापमान में आएगी गिरावट
मौसम विभाग के अनुसार 48 घंटों के बाद न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आएगी। यह 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकते हैं। बीती रात सबसे कम 11 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा नरसिंहपुर में 12, छतरपुर के नौगांव में 12.1, शहडोल के कल्याणपुर में 12.2, सिंगरौली के देवरा में 12.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा। वहीं सबसे ज्यादा 30.6 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रहा। इसके अलावा नर्मदापुरम में 30.5, बड़वानी के तालुन में 29.8, खंडवा में 29.5 और खरगौन में 29.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
दलहनी फसलों पर बढ़ सकता है इल्लियों का प्रकोप
बादल छाने से दलहनी फसलों को नुकसान होने की संभावना बनी है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बादलों के कारण चने सहित कुछ दलहनी फसलों पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ने की संभावना बनी है। मावठा छाने से चने, तुवर सहित अन्य फसलों को नुकसान है। हालांकि बारिश होने की स्थिति में गेहूं सहित अन्य फसलों को फायदा भी है। बारिश होने की स्थिति में उन किसानों को फायदा मिलेगा, जिनके पास सिंचाई के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है। इस बदलते मौसम से नुकसान और फायदा दोनों होंगे।
फिलहाल ऐसी हैं सिनोष्टिक मौसमी परिस्थितियां
- पश्चिमी विक्षोभ, उत्तरी पाकिस्तान एवं निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर माध्य समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी ऊँचाई के मध्य चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में अवस्थित है। इससे सम्बद्ध ट्रफ उच्च क्षोभमंडलीय पछुआ पवनों के बीच माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊँचाई पर 68 डिग्री पूर्वी देशांतर व 17 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में विस्तृत है।
- दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान एवं निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊँचाई पर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है।
- पश्चिमोत्तर भारत के ऊपर माध्य समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊंचाई पर 203 किमी प्रति घंटा की गति से उपोष्ण जेट स्ट्रीम हवाएँ बह रही है।
- उत्तरी पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर सक्रिय चक्रवातीय परिसंचरण से होते हुए मध्य- पूर्वी अरब सागर तक माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊँचाई पर ट्रफ विस्तृत है।