Today News MP: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ज्ञान से ध्यान के मंत्र के चार स्तंभों में से एक ‘युवा’ के सशक्तिकरण पर केन्द्रित ‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ का शुभारंभ राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर रवीन्द्र भवन सभागृह में करेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश के विकास में युवाओं की व्यापक क्षमताओं का उपयोग करने के उद्देश्य से तैयार किये गए इस मिशन का नामकरण युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद के नाम पर किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि युवाओं को नौकरी दिए जाने की श्रृंखला में तीन वर्ष के रिक्त पद पीएससी के माध्यम से एक ही वर्ष में भरे जाएंगे, हालांकि इनके लिए परीक्षाएं अलग-अलग होंगी। उन्होंने घोषणा की है कि जल्द ही बैकलॉग के खाली पदों के लिए भी भर्ती की जाएगी।
शाजापुर से अंतरित की जाएगी राशि
मुख्यमंत्री डॉ. यादव स्वामी विवेकानंद जयंती पर रविवार को दोपहर 1.30 शाजापुर जिले के कालापीपल से प्रदेश की एक करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनों के खाते में 1553 करोड़ रूपये, 55 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राहियों के खाते में 335 करोड़ रूपये और 27 लाख बहनों के खाते में गैस रीफिलिंग के 27 करोड़ रूपये से अधिक की राशि अंतरित करेंगे।
विश्व की सबसे बड़ी 3-डी रंगोली
‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ के शुभारंभ पर मध्यप्रदेश को गौरवांवित करने वाला वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने जा रहा है। स्वामी विवेकानंद जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस पर भोपाल के शौर्य स्मारक में विश्व की सबसे बड़ी 3-डी रंगोली भी आकर्षण का केंद्र होगी। स्वामी विवेकानंद पर बनी हुई रंगोली 18 हजार स्क्वेयर फीट में है। इस 225 बाय 80 फीट की 3-डी रंगोली को बनाने में 4 हजार किलोग्राम प्राकृतिक रंगों (ईको फ्रेंडली) का उपयोग किया गया है। रंगोली में प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी दिखाई देंगे। यह रंगोली युवाओं को मिशन के ध्येय वाक्य ‘संवाद, सामर्थ्य और समृद्धि’ का संदेश देगी। इस रंगोली को इंदौर की रंगोली कलाकार शिखा शर्मा जोशी और उनकी टीम बना रही है। शिखा शर्मा देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की ब्रांड एंबेसेडर हैं। शिखा नेपाल और थाईलैंड में उत्कृष्टता पुरस्कार जीत चुकी हैं। वे जयपुर के इंटरनेशनल यूथ फेस्टिवल में भी गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। शिखा शर्मा विश्व के करीब 70 हजार बच्चों को रंगोली कला सिखा चुकी हैं।