MP News Today: मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा एक ओर जहां हाई स्पीड सड़कों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है वहीं दूसरी ओर अन्य बुनियादी सुविधाओं को भी अनदेखा नहीं किया गया है। सरकार द्वारा अन्य सुविधाओं पर भी उतना ही ध्यान दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य यही है कि आम लोगों को सभी आधारभूत सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में प्राप्त हो सके। यही कारण है कि शहरों से लेकर गांवों तक पेयजल आपूर्ति पर भी उतनी ही प्राथमिकता से ध्यान देकर कार्य कराए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में प्रदेश के उज्जैन शहर की जलप्रदाय व्यवस्था को बेहतरीन बनाने के लिए नगर निगम उज्जैन और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने 940 करोड़ रुपये की योजना बनाई है। यह योजना प्रदेश की सबसे बड़ी योजना बताई जा रही है। इस योजना के काम पूरे होने के बाद उज्जैन शहर के निवासियों को पानी के लिए जरा भी परेशान नहीं होना पड़ेगा।
इस योजना के तहत होंगे यह कार्य
इस योजना के तहत 940 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें पूरे शहर में कुल 500 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। शहर के हर हिस्से तक पानी पहुंचाने के लिए 14 नई टंकियां बनाई जाएंगी। वहीं 250 एमएलडी क्षमता के पांच नए वाटर फिल्टर प्लांट स्थापित किए जांएगे। इस योजना से पूरे शहर की जलप्रदाय व्यवस्था बेहतर हो जाएगी।
इन स्थानों पर बनेंगे फिल्टर प्लांट
प्रस्तावित कार्ययोजना में वर्तमान से दोगुनी से भी ज्यादा क्षमता के 5 फिल्टर प्लांट बनेंगे। इनकी कुल क्षमता 250 एमएलडी की होगी। अभी यहां स्थित 3 प्लांट की क्षमता 135 एमएलडी ही है। नए प्लांट हरियाखेड़ी में 40 और 60 एमएलडी, अंबोदिया में 70 एमएलडी, गऊघाट पर 30 और 50 एमएलडी के होंगे। इस तरह कुल क्षमता 375 एमएलडी हो जाएगी।
अभी शहर में ऐसी है जलप्रदाय व्यवस्था
अभी उज्जैन शहर में जो जलप्रदाय व्यवस्था है वह नाकाफी साबित हो रही है। यहां करीब 50 साल पहले पाइप लाइन डलरी थी। वहीं यहां की 9 लाख की आबादी को शुद्ध पानी देने न तो पर्याप्त फिल्टर प्लांट है और न ही आबादी के हिसाब से टंकियां ही मौजूद है। नई योजना से शहर में पर्याप्त और शुद्ध पेयजल मुहैया हो सकेगा। यही नहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी आसानी से पानी पहुंचेगा।