MP employee news : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 8 दिसंबर (रविवार) को मध्यप्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ की प्रांतीय बैठक संघ के प्रांताध्यक्ष एमपी द्विवेदी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में मध्यप्रदेश के लगभग 50 जिलों के लिपिक संघ के जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में लिपिकीय कर्मचारियों की कई महत्वपूर्ण और लंबित मांगों पर चर्चा की गई।
संघ के बैतूल जिलाध्यक्ष कमलेश चौहान ने बताया कि मांगों में लिपिकीय कर्मचारियों को मंत्रालय के समान समयमान वेतनमान दिया जाना, सहायक ग्रेड-03 लिपिक का ग्रेड पे 1900 से बढ़ाकर 2400 किया जाना, वर्ष 2016 से रुकी हुई पदोन्नति को शीघ्र शुरू करना, अन्य संवर्गों की तरह उच्च पद का प्रभार देना और अनुकम्पा नियुक्ति में सहायक ग्रेड-03 लिपिक कर्मचारियों के लिए सीपीसीटी परीक्षा की शर्त समाप्त करना शामिल है।
बैठक में सर्वसम्मति से चार चरणों में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। इसमें मुख्यमंत्री से मांगों पर चर्चा, काली पट्टी लगाकर कार्य करना, ज्ञापन सौंपना, एक दिवसीय धरना और रैली निकालकर प्रदर्शन करना जैसे सांकेतिक आंदोलन किए जाएंगे। आंदोलन दिसंबर 2024 के अंतिम सप्ताह से शुरू होगा। यदि शासन द्वारा मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो संघ द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर विचार किया जाएगा।
प्रांतीय महासमिति की बैठक में संगठन को जिला और प्रांतीय स्तर पर मजबूत करने पर भी चर्चा हुई। इस बैठक में बैतूल जिलाध्यक्ष कमलेश चौहान के साथ प्रदीप पौड्रिंक, परसराम मर्सकोले और संजय उइके जैसे प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में तय किया गया कि यदि समय रहते मांगें पूरी नहीं हुईं, तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा।