MP Cold Alert : उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं का पूरे मध्यप्रदेश में भारी असर देखा जा रहा है। प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है। वहीं प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी सहित कई स्थानों पर तो कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 5 के करीब पहुंच गया है।
मौसम केंद्र भोपाल द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार उत्तरी भारत से आ रही ठंडी हवाओं का असर पूरे प्रदेश में देखा जा रहा है। इससे कई जिलों में तापमान में भारी गिरावट देखी गई है। बीती रात सबसे कम तापमान पचमढ़ी में दर्ज किया गया। यहां न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। पिछले कई दिनों से यहां पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिससे लोग बेहाल हैं।
इन स्थानों पर भी तापमान बहुत कम
केवल पचमढ़ी ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई स्थानों पर इन दिनों ठिठुराने वाली ठंड पड़ रही है। बीती रात शहडोल के कल्याणपुर में 7.4, मंडला में 7.5 उमरिया में 9 और बालाघाट के मलाजखंड में 9.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
यहां 15 से कम न्यूनतम तापमान
इसके अलावा इंदौर में 13.6, निवाड़ी के पृथ्वीपुर में 13.9, सागर में 14.4, आगर मालवा में 14.6 और देवास के कन्नौद में 16.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। यह सबसे में सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान वाले स्थान हैं।
इन स्थानों पर सबसे ज्यादा तापमान
वहीं दूसरी ओर प्रदेश में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान जिन स्थानों पर दर्ज किया गया है, उनमें बड़वानी के तालुन और नर्मदापुरम में 30.1, गुना में 29.8, उज्जैन में 29, राजगढ़ व खजुराहो में 28.8 और सागर में 28.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा।
इसलिए पड़ रही कड़ाके की ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तरी भारत में पहाड़ों पर पिघली बर्फ के कारण वहां से आई बर्फीली हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में ठंड बढ़ी है। अभी अगले करीब 3 दिनों तक इसी तरह की कड़ाके की ठंड से लोगों को जूझना पड़ सकता है। आलम यह है कि ठंडी हवाओं के कारण लोगों को दिन में भी गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है।
बैतूल में नगर पालिका ने जलाए अलाव
कड़ाके की ठंड के चलते बैतूल में नगर पालिका ने जिला अस्पताल परिसर में अलाव जलाए हैं। अलाव जलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। जिला अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों लोग मरीज के साथ पहुंचते हैं। अलाव जलने से मरीजों के साथ आने वाले परिजनों को बड़ी राहत पहुंची है।