High Speed Corridor MP: मध्यप्रदेश को जल्द ही 6 नए हाई स्पीड कॉरिडोर मिलने वाले हैं। इस मास्टर प्लान पर तो केंद्र सरकार काम कर ही रही है। वहीं मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने इस मास्टर प्लान में कुछ और सड़कों को शामिल कर इस हाई स्पीड कॉरिडोर का विस्तार किए जाने की मांग रखी है। उनकी मांग यदि मान ली जाती है तो कॉरिडोर्स की संख्या और भी बढ़ सकती है।
बताया जाता है कि केंद्र सरकार द्वारा जबलपुर को सेंटर बनाकर 6 हाई स्पीड कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इन कॉरिडोर्स में लखनादौर-रायपुर, इंदौर-भोपाल, भोपाल-जबलपुर, आगरा-मुरैना-ग्वालियर, झांसी-सागर-लखनादौर, और प्रयागराज-जबलपुर-नागपुर हाई स्पीड कॉरिडोर शामिल हैं। इससे न केवल प्रदेश के अन्य शहरों की बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी जबलपुर की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
इन मार्गों को भी जोड़ने की उठाई मांग
इधर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी से जबलपुर-बैकुंठपुर-वाराणासी, जैसलमेर-उदयपुर-इंदौर-नागपुर, इंदौर-धुले-पुणे, ग्वालियर-बरेली, ग्वालियर-इंदौर, कानपुर-सागर-भोपाल, गोधरा-इंदौर, कोटा-सागर मार्ग को भी मास्टर प्लान में शामिल करने का सुझाव दिया है ताकि इनका काम भी पहले चरण में ही शुरू हो सके। मंत्री श्री सिंह के अनुसार केंद्रीय मंत्री श्री गड़करी ने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही इस सुझाव पर निर्णय लिया जाएगा।
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हाई स्पीड कॉरिडोर में होती यह सुविधाएं
हाई स्पीड कॉरिडोर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होते हैं। इनमें स्पीड सेंसर और जीपीएस ट्रैकर से निगरानी होती है, 24 घंटे एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध होती है, इनसे सफर में समय और ईंधन की बचत होती है। हाई स्पीड कॉरिडोर 6 से 8 लेन के होते हैं और सीधे बनाए जाते हैं। इससे यातायात बिना किसी अवरोध के तेजी से हो पाता है।