E-bus in MP: जल्द ही मध्यप्रदेश के कई शहरों में भी ई-बसें (इलेक्ट्रिक बस) सड़कों पर सरपट दौड़ती हुई नजर आएंगी। सबसे पहले भोपाल से प्रदेश के 4 प्रमुख बड़े शहरों तक यह ई-बसें चलाई जाएंगी। इनमें सामान्य यात्री बसों की तरह सफर किया जा सकेगा। इन बसों की खासियत यह रहेगी कि इनसे न किसी तरह का प्रदूषण होगा और न ही किसी तरह का शोर शराबा होगा।
मध्यप्रदेश में ई-बसों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के बीच एमओयू हुआ है। इसके बाद से ही प्रदेश में ई-बसें चलाने की तैयारी बीते एक साल से चल रही थी। इस बीच लोकसभा और विधानसभा आ जाने से यह प्रक्रिया थोड़े समय के लिए ठंडे बस्ते में चली गई थी। हालांकि अब जल्द ही ई-बसें चलाए जाने की तैयारी है।
इन शहरों को मिलेगा पहले लाभ
सबसे पहले यह ई-बसें राजधानी भोपाल के आईएसबीटी बस स्टैंड से इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन के बीच चलाई जाएंगी। इन चारों शहरों के लिए कुल 22 ई-बसें चलाने की तैयारी है। इसके लिए भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड ने रिक्वेस्ट फॉर टेंडर डॉक्यूमेंट भी जारी कर दिया है।
राज्य स्तरीय समिति करेगी फाइनल
भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड ने रिक्वेस्ट फॉर टेंडर डॉक्यूमेंट जारी करने के बाद नगरीय विकास संचालनालय को प्रस्ताव भेज दिया है। अब स्टेट लेवल डेवलपमेंट कमेटी में यह प्रस्ताव मंजूर किया जाएगा। इसके बाद टेंडर एवं ठेका कंपनियों से जुड़ी अंतिम शर्तों और नियम कानूनों के प्रारूप तैयार किए जाएंगे। इसके बाद बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
इन बसों की यह होगी विशेषताएं
यह इलेक्ट्रिक बसें 52 सीटर लो फ्लोर के मुकाबले 38 सीटर होंगी। इनमें ऑटोमेटिक डोर (स्वचलित दरवाजे) होंगे। एक बार चार्ज किए जाने के बाद यह बसें 200 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेंगी। इन बसों की सबसे अच्छी विशेषता यह होगी कि इनके चलने पर न तो कोई शोर होगा और न ही पेट्रोल-डीजल वाहनों की तरह वायु प्रदूषण ही फैलेगा। इससे यात्री भी सुकून से सफर कर सकेंगे।