Outsourced employees news : एक ओर जहां देश भर के निजी और सरकारी कर्मचारी नए साल पर नई-नई सौगात मिलने का इंतजार कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में अल्प वेतन पर गुजारा करने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों पर बड़ी आफत आ रही है। यहां उन्हें हटाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बारे में उन्हें नोटिस भी थमाए जा चुके हैं। इससे कर्मचारियों में खासा आक्रोश है।
यह मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित हमीदिया अस्पताल का है। यहां पर करीब एक सैकड़ा आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रबंधन की ओर से उन्हें 31 दिसंबर 2024 तक सेवाएं समाप्त करने का नोटिस जारी कर दिया गया है। यह नोटिस मिलने के बाद कर्मचारियों में जहां हड़कंप मच गया है वहीं अपने भविष्य को लेकर चिंता भी व्याप्त हो गई है।
गौरतलब है कि हमीदिया अस्पताल में वार्ड बॉय, कम्प्यूटर ऑपरेटर और अन्य पदों पर आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं ली जाती है। बताया जाता है कि यहां पर लगभग 1600 आउटसोर्स कर्मचारी सेवा दे रहे हैं और वे अस्पताल की व्यवस्थाएं बनाने में रीढ़ की भूमिका का निर्वहन करते हैं। वहीं बतौर वेतन उन्हें मात्र 8 हजार रुपये मासिक मिलते हैं।
वेतन को लेकर की गई थी हड़ताल
अल्प वेतन पर गुजारा करने वाले इन कर्मचारियों को बीते 3 महीने से वेतन नहीं मिला है। यहां तक कि दीवाली जैसा प्रमुख त्योहार भी इन्हें बिना वेतन के ही मनाना पड़ा था। इसके चलते बीते सप्ताह उन्होंने वेतन की मांग को लेकर दो बार हड़ताल की थी और समय पर वेतन का भुगतान किए जाने की बात कही थी।
कर्मचारी बोले- मंत्री के बंगले पर देंगे धरना
नोटिस मिलने के बाद कर्मचारियों में खासा आक्रोश है। उनका साफ कहना है कि उनके विरोध प्रदर्शन के चलते प्रबंधन उन्हें हटाने की कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी सेवाएं समाप्त की गई तो वे स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर धरना देंगे और भूख हड़ताल भी करेंगे। इधर प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल में केवल 1400 पद स्वीकृत हैं। स्वीकृत पदों से अधिक कर्मचारी होने से हटाने की कार्रवाई की जा रही है।