Jal Ganga Samvardhan Abhiyan: बैतूल। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य जिले के मुलताई में मां ताप्ती के पावन तट से जल गंगा संवर्धन अभियान का भव्य शुभारंभ हुआ। मां ताप्ती का विधिवत पूजन अर्चन कर अभियान का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में प्राचीन माता की मंदिर के समीप स्थित प्राचीन बावड़ी में अतिथियों श्रमदान कर जल स्रोतों की स्वच्छता का संदेश दिया। बावड़ी की सफाई में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं नगर पालिका के अमले ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
इस अवसर पर विधायक मुलताई चंद्रशेखर देशमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार, सुधाकर पवार, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती वर्षा गडेकर, हेमंत राव देशमुख, कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अक्षत जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में जनसमूह उपस्थित रहा।
3500 से अधिक जल स्रोतों का होगा निर्माण
सीईओ जिला पंचायत अक्षत जैन ने बताया कि जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन के लिए संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान 30 मार्च से 30 जून तक चलाया जाएगा। अभियान के दौरान जन सहयोग से जल संरचनाओं के निर्माण ,मरम्मत, साफ -सफाई और पौध-रोपण के कार्य किए जायेंगे। प्रशासनिक तौर पर 50 करोड़ से अधिक राशि से 3500 से अधिक कार्य किए जाएंगे जिसमें प्रमुख रूप से खेत तालाब का निर्माण, अमृत सरोवर निर्माण, कूप निर्माण, सामुदायिक तालाब का निर्माण इत्यादि कार्य होंगे। जल संसाधन विभाग द्वारा भी 107 मध्यम एवं लघु सिंचाई परियोजना के कार्य किए जाएंगे। इसी के साथ वन, पंचायत सहित अन्य विभागों के द्वारा पौधरोपण भी कराया जायेगा।
श्री जैन ने बताया कि अभियान के दौरान जल संरचनाओं को चिन्हित कर राजस्व अभिलेख में दर्ज किया जाएगा और जल स्रोतों पर हुए अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही भी होगी। केंद्र एवं राज्य शासन की सिंचाई से जुड़ी योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान के लिए 5000 से अधिक जलदूत वॉलिंटियर का भी रजिस्ट्रेशन किया गया है। जनसहभागिता से जल गंगा संवर्धन अभियान का जिले में सफल क्रियान्वयन किया जाएगा।
जल स्रोतों को सहेजने की आवश्यकता: विधायक श्री देशमुख
विधायक श्री देशमुख ने कहा कि जल स्रोतों को सहेजना और उन्हें अविरल बनाए रखना वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं। लगातार घट रहा जलस्तर सभी के लिए चिंता का विषय हैं। गहरीकरण, बैराज निर्माण, स्टॉप डैम, रैन वाटर हार्वेस्टिंग इत्यादि वैकल्पिक उपायों के माध्यम से जल स्रोतों का संरक्षण और संवर्धन में प्रत्येक नागरिक अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।
जल है तो कल हैं : जिला पंचायत अध्यक्ष श्री पवार
जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार ने कहा कि मां ताप्ती की पावन नगरी से जल गंगा संवर्धन अभियान का शुभारंभ हुआ हैं। जल है तो कल है। पूर्व में भी बैतूल जिला बोरी बंधान जैसे अभियान चलाकर जल स्रोतों के संरक्षण में अपनी अग्रणी भूमिका स्थापित कर चुका है। मध्यप्रदेश सरकार का यहां महत्वपूर्ण अभियान प्रत्येक नागरिक के लिए हैं। समन्वित प्रयासों से अभियान को सफल बनाएं।
जल का सदुपयोग करें: सुधाकर पवार
भाजपा जिलाध्यक्ष सुधाकर पवार ने अपने उद्बोधन में जल के दुरुपयोग को रोकने और जल के सदुपयोग करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने जल के उचित उपयोग करने के महत्वपूर्ण उपायों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नदियों और जल स्रोतों को पावन बनाएं रखने हर नागरिक का कर्तव्य हैं।
भावी पीढ़ी के लिए जल संपत्ति को बचाएं
14 वर्षों से जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे जल प्रहरी नीरज वानखेड़े ने कहा कि वर्तमान में जल स्रोतों के विलुप्त होने और जल की उपलब्धता की समस्या निरंतर बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा धन, भूमि से बढ़कर आज भावी पीढ़ी के लिए जल रूपी संपत्ति को बचाने की आवश्यकता हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती गडेकर ने जल स्रोतों के संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला और नगर पालिका मुलताई में अभियान के संचालन कार्ययोजना बताई। कार्यक्रम में हेमन्त देशमुख ने भी जल संरक्षण के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी और सभी नागरिकों से अभियान में सहभागिता करने का आग्रह किया।