विजय सावरकर, मुलताई (Commissioner Inspection)। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई नगर में बन रहे सीएम राइज स्कूल भवन के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने मुलताई पहुंचे कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी ने भवन निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदार को तीनों फ्लोर का काम हर हाल में आगामी अप्रैल माह तक पूर्ण करने के कड़े निर्देश दिए।
गुरुवार को नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी ने कलक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और पीडब्ल्यूडी की परियोजना क्रियान्वयन इकाई के अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन सीएम राइज स्कूल भवन का निरीक्षण किया। कमिश्नर श्री तिवारी ने स्कूल के प्राचार्य कक्ष में बैठकर निर्माणाधीन भवन का नक्शा देखा और पीआई यू के एसडीओ से ग्राउंड फ्लोर,फर्स्ट फ्लोर और सेकंड फ्लोर के निर्माण की जानकारी ली। कमिश्नर ने कौन-कौन से फ्लोर पर कक्षाएं लगेगी, कैंटीन कहां पर संचालित होगी इसकी भी जानकारी ली।
कमिश्नर ने पीआईयू के कार्यपालन यंत्री, एसडीओ और ठेकेदार सुनील कुमार जैन को तीनों फ्लोर का काम हर हाल में अप्रैल 2025 तक पूरा करने के लिए कहा। कमिश्नर ने अधिकारियों और ठेकेदार को चेतावनी देते हुए कहा कम गुणवत्ता पूर्वक किया जाए। 15 मार्च को निरीक्षण करने फिर आऊंगा। कमिश्नर श्री तिवारी ने स्कूल के प्राचार्य संदीप गणेशे से पूछा कि आप निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण करते हो क्या, तो श्री गणेशे ने बताया समय मिलने पर निरीक्षण करता हूं। उन्होंने कमिश्नर को बताया कि ठेकेदार 35 कमरे बनाकर देगा तब ही नए भवन में कक्षाओं का संचालन हो सकेगा।
सीनियर विंग और पार्किंग का काम नहीं हुआ प्रारंभ
पीआईयू के अधिकारियों ने कमिश्नर को बताया कि अभी भवन के सीनियर विंग और पार्किंग स्थल का काम प्रारंभ नहीं हुआ है। पुराने भवन को तोड़कर ही दोनों निर्माण कार्य चालू हो पाएंगे। इस पर कमिश्नर ने कहा अभी 3 फ्लोर का काम अप्रैल तक हर हाल में पूरा करो। बिजली फिटिंग, दीवारों का प्लास्टर, नल फिटिंग सहित अन्य काम शीघ्रता से करो ताकि तीनों फ्लोर में स्कूल का संचालन हो सके।
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पत्र लिखकर चुपचाप बैठ गया शिक्षा विभाग
कमिश्नर को पीआईयू के एसडीओ ने बताया कि वर्तमान में पुराने भवन में स्कूल संचालित हो रहा है। 16 कमरे में केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहा है। अभी तक इस भवन को कंडम घोषित करने की कार्रवाई नहीं हुई है। इस पर कमिश्नर ने पूछा शिक्षा विभाग से कौन आया है। तो योजना अधिकारी सुबोध शर्मा ने कहा जिला शिक्षा अधिकारी के सूचना का अधिकार की पेशी पर जाने के कारण मैं आया हूं।
कमिश्नर ने पूछा जिला शिक्षा अधिकारी ने भवन का निरीक्षण कर कंडम घोषित करने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को पत्र लिखा है कि नहीं इस पर सुबोध शर्मा ने कहा अगस्त 2024 में ही पत्र लिखा गया था। यह जवाब सुनकर कमिश्नर नाराज हो गए और कहा पत्र लिखकर चुपचाप बैठ गए हैं क्या। जिला शिक्षा अधिकारी की तो चार वेतन वृद्धि रोक देना चाहिए। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निरीक्षण के लिए दोबारा पत्र लिखो।
प्राथमिकता से बाउंड्री वाल का काम करो
कमिश्नर श्री तिवारी ने ठेकेदार से बाउंड्री वाल का काम प्रारंभ नहीं करने का कारण पूछा तो ठेकेदार टालमटोल जवाब देने लगा। इस बात पर कमिश्नर ने नाराजगी जताते हुए कहा ठेकेदार बाउंड्रीवाल का काम नहीं करना चाहता है। भवन निर्माण पर राशि खर्च हो जाएगी और बाउंड्रीवाल का काम अधूरा रह जाएगा। फिर अधिकारी रिवाइज्ड ऐस्टीमेट बनाकर भेजेंगे। कमिश्नर ने ठेकेदार को दो दिन में बाउंड्री वाल का काम प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
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एसडीओ दे रहे थे जवाब, ईई थे चुपचाप
कमिश्नर को निर्माण कार्य से संबंधित पूरी जानकारी एसडीओ ज्ञानदीप भूमरकर ही दे रहे थे। पीआईयू के कार्यपालन यंत्री राकेश सार्वे हाथ में फाइल लेकर कमिश्नर के सामने चुपचाप खड़े रहे। कमिश्नर ने जब ग्राउंड फ्लोर फर्स्ट फ्लोर और सेकंड फ्लोर का निरीक्षण किया तो कमिश्नर ने दीवार को हाथ से हिलाकर देखा इलेक्ट्रिक बोर्ड की फिटिंग देखी तो इस दौरान एसडीओ ही जवाब देते नजर आए। इस पर कमिश्नर ने कार्यपालन मंत्री को कहा सीधे-साधे मत रहो। पुराने भवन का निरीक्षण करने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखो। काम शीघ्रता से होना चाहिए। सरकार का नुकसान नहीं होना चाहिए यदि सरकार का नुकसान होगा तो आपका भी नुकसान होगा
केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य सो रहे क्या
वर्तमान में जिन 16 कमरों में केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहा है। उन कमरों को तोड़कर इस स्थल पर सीनियर विंग, पार्किंग व्यवस्था सहित अन्य निर्माण किया जाना है। एसडीएम अनीता पटेल ने कमिश्नर को बताया केंद्रीय विद्यालय का काम प्रगति पर है। मेरे द्वारा भवन का निरीक्षण किया था। दूसरे तल पर ठेकेदार ने फ्लोर में ऊंचा नीचा पत्थर लगा दिया है। बाथरूम के दरवाजे बहुत ही घटिया स्तर के हैं। ठेकेदार को सुधारने के लिए कहा है।
कमिश्नर ने पूछा केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य नए भवन का निरीक्षण नहीं करते हैं क्या। एसडीएम के निरीक्षण करने से कुछ नहीं होगा। केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य सो रहे हैं क्या। गौरतलब है कि जब तक सीएम राइज स्कूल के 16 कमरों में संचालित हो रहा केंद्रीय विद्यालय का संचालन नवनिर्मित भवन में प्रारंभ नहीं होता तब तक स्कूल के पुराने भवन को तोड़ना संभव नहीं है।