Ladli Behna Yojana 20th Installment: मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की किस्त हर महीने 5 से 10 तारीख के बीच बहनों के खातों में पहुंच जाती है। हालांकि यदि कोई बड़ा त्योहार या अवसर हो तो यह इसके पहले भी ट्रांसफर कर दी जाती है। इस महीने 10 तारीख भी निकल गई, लेकिन आज भी जनवरी माह में मिलने वाली 20वीं किस्त बहनों के खातों में नहीं पहुंची है।
इस बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जानकारी दी है कि इस महीने की किस्त कब लाड़ली बहनों के खातों में ट्रांसफर की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवा दिवस (12 जनवरी) के अवसर पर प्रदेश की लाड़ली बहनों को जनवरी माह की अनुदान राशि का अंतरण कालापीपल जिला शाजापुर से किया जाएगा। इसलिए लाड़ली बहनों को किस्त को लेकर चिंता करने की बिल्कुल जरुरत नहीं है।
अभी तक मिल चुकी है 19 किस्तें
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत सरकार द्वारा पात्र हितग्राही महिलाओं को अभी 1250 रुपये की राशि हर माह दी जा रही है। बीते महीने 11 दिसंबर 2024 को इस योजना की 19वीं किस्त दी गई थी। यह 19वीं किस्त 1 करोड़, 28 लाख महिलाओं के खाते में पहुंची थी। बीते महीने कुल 1572 करोड़ रुपये इस योजना के तहत बहनों के खाते में पहुंचे थे।
12 जनवरी से प्रदेशभर में "स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन" का शुभारंभ होगा…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 10, 2025
उसी दिन मैं शाजापुर जिले के कालापीपल तहसील से लाड़ली बहनों के खातों में "लाड़ली बहना योजना" की राशि अंतरित करूँगा। pic.twitter.com/1811e0jeWH
जनवरी माह में इतनी बहनें हो जाएंगी कम
इसके विपरीत जनवरी माह में दी जाने वाली 20वीं किस्त केवल 1 करोड़, 26 लाख महिलाओं के खाते में ही पहुंचेंगे। योजना का संचालन करने वाले महिला और बाल विकास विभाग ने 1 लाख, 63 हजार महिलाओं को इस योजना का लाभ लेने से अपात्र घोषित कर दिया है। लिहाजा, इतनी बहनों को अब इस महीने से योजना का लाभ मिलना बंद हो जाएगा।
इस आधार किया गया है अपात्र घोषित
दरअसल, योजना का लाभ केवल 60 साल तक की उम्र की महिलाओं को ही दिया जाना है। 60 से अधिक उम्र की महिलाओं को अन्य योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाता है। इसलिए योजना में शामिल जिन महिलाओं की आयु 60 साल से अधिक हो चुकी है, उन महिलाओं को अब अपात्र घोषित कर दिया गया है।
लगातार कम हो रही है हितग्राही संख्या
योजना की शुरूआत करते समय तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि योजना की पात्रता प्राप्त करने वाली बहनों के नाम लगातार जुड़ते रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। सबसे पहले महीने में योजना का लाभ पाने वाली हितग्राही महिलाओं की संख्या 1 करोड़, 29 लाख, 5 हजार, 457 थी। वहीं अब यह कम होते-होते 1 करोड़, 26 लाख से कुछ अधिक रह गई है।
शुरू नहीं हुए तीसरे चरण के पंजीयन
योजना का लाभ लेने से वंचित महिलाओं को योजना के तीसरे चरण के रजिस्ट्रेशन शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन यह अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। दूसरी ओर हितग्राही महिलाओं की मृत्यु, 60 साल से अधिक होने पर और स्वयं के द्वारा लाभ का परित्याग किए जाने के आवेदन आने से योजना में शामिल महिलाओं के नाम जरुर कट रहे हैं। जिससे लगातार संख्या में कमी आ रही है।