Desi Jugaad for cool air: भारत को जुगाड़ का देश कहा जाता है। यहां जुगाड़ की बदौलत ऐसे-ऐसे काम हो जाते हैं जो कि बड़े-बड़े इंजीनियर भी करने का सोच भी नहीं पाते। केवल शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में भी जुगाड़ से कई ऐसे काम हो जाते हैं जो कि लोगों को दांतों तले ऊंगली दबाने को मजबूर कर देते हैं।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में भी करीब 3 साल पहले एक ऐसा ही जुगाड़ हुआ था। यह जुगाड़ इतना अद्भुत और आश्चर्यजनक था कि इसकी प्रसिद्धी पूरे देश भर में फैली थी। कई लोग तो आज भी एक किसान द्वारा किए गए उस नायाब जुगाड़ को नहीं भुला पाए हैं। यहां जिले के एक किसान ने खेत में फसलों की थ्रेसिंग करने के लिए उपयोग में आने वाली थ्रेसर का ऐसा उपयोग कर डाला था, जिसकी शायद ही किसी ने कल्पना की हो। (Desi Jugaad for cool air)
नाकाफी साबित हो रहे थे पंखे-कूलर (Fans and coolers were proving insufficient)
Desi Jugaad for cool air: दरअसल, मई 2022 में बैतूल जिले के प्रभातपट्टन में एक विवाह समारोह था। भीषण गर्मी में और दिन में यह विवाह का कार्यक्रम था। जिसके चलते मेजबान परिवार ने गर्मी से राहत दिलवाने के लिए पर्याप्त कूलर, पंखों की व्यवस्था भी की थी। लेकिन गर्मी के भीषण प्रकोप के कारण यह सब नाकाफी साबित हो रहे थे। (Desi Jugaad for cool air)
पहली बार थ्रेसर से कूलिंग का काम (Cooling work done with thresher for the first time)
Desi Jugaad for cool air: यह देखकर मेजबान परिवार ने तुरंत ही एक नया जुगाड़ लगाया। उन्होंने खेत में खड़े थ्रेसर को शादी के पंडाल तक लाया और ट्रैक्टर की मदद से उसे चालू कर दिया। थ्रेसर से निकली तेज हवा कुछ ही पलों में पूरा पंडाल ठंडा कर एसी बना डाला। यह देख गर्मी से परेशान हो रहे लोगों के चेहरे भी खिल उठे। कुछ तो बाकायदा सेल्फी लेने लगे। (Desi Jugaad for cool air)
कम खर्च में मिली आरामदायक सुविधा (Comfortable facility at low cost)
Desi Jugaad for cool air: घंटों तक वहां थ्रेसर का उपयोग बतौर कूलर किया गया। ऐसे में बेहद कम खर्च में भीषण गर्मी से राहत मिल गई। शादी में शामिल अधिकांश लोगों की पृष्ठभूमि खेती-किसानी थी, लेकिन उन्होंने भी पहली बार यह देखा कि थ्रेसर का कूलर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। (Desi Jugaad for cool air)