Mumbai-Pune Expressway: इन दिनों देश भर में बड़ी संख्या में एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। वहीं बड़ी संख्या में बन भी चुके हैं। इन एक्सप्रेसवे से एक-दूसरे शहरों की जहां दूरियां कम हुई है वहीं दूसरी ओर कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर सफर का अपना एक अलग ही मजा है। लेकिन, यह भी सभी जानते हैं कि इन पर सफर करना है तो इसके लिए टोल टैक्स भी चुकाना पड़ता है।
इन सब बातों से तो सभी वाकिफ हैं ही, लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश का पहला एक्सप्रेसवे कौनसा है, यह कहां बना था, कितने समय में बना और देश में सबसे ज्यादा टोल टैक्स किस एक्सप्रेसवे पर सफर करते समय देना होता है? शायद आप नहीं जानते हैं तो हम आज आपको इसी बारे में जानकारी देंगे।
देश का सबसे पहला एक्सप्रेसवे मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे है। यह न केवल सबसे पहला एक्सप्रेसवे है बल्कि देश का सबसे व्यस्त एक्सप्रेसवे भी है। महाराष्ट्र के 2 सबसे बड़े शहरों मुंबई और पुणे को आपस में जोड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे 6 लेन है। इसके दोनों ओर 3-3 लेन की कंक्रीट की सर्विस लेन भी बनाई गई है।
इसका शुभारंभ वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने किया था। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में दो-चार नहीं बल्कि पूरे 22 साल लग गए थे। इसे सबसे अधिक समय में पूरा होने वाले प्रोजेक्ट के रूप में भी जाना जाता है। इसका निर्माण महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने किया है। इस एक्सप्रेस वे को बनाने में लगभग 16 हजार करोड़ रुपये का खर्च आया था। इस पर अधिकतम स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा है।
इस एक्सप्रेसवे के बनने से मुंबई-पुणे के बीच के सफर का समय तीन गुना कम हो गया है। पहले यह सफर 3 घंटे में तय होता था, जबकि इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद मात्र 1 घंटे में दोनों शहरों के बीच की दूरी तय हो जाती है। इस एक्सप्रेसवे से सहयाद्रि पर्वत श्रृंखला को पार करते समय नजारा बड़ा मनोरम नजर आता है।
इस एक्सप्रेसवे पर सफर का खर्च यदि देखें तो वह देश में सबसे ज्यादा है। कुल 93.5 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर सफर के लिए 336 रुपये का टोल लगता है। इस तरह यह करीब 3.40 रुपये प्रति किलोमीटर पड़ता है जो कि देश के अन्य एक्सप्रेसवे के औसत 2.40 रुपये से ज्यादा है। इसके बावजूद खूबसूरत दृश्यों और कम दूरी में सफर तय होने के कारण इससे लोग खूब यात्रा करते हैं।