Accident me ghaylon ka free ilaj: अब सड़क हादसों में घायल होने पर इलाज की चिंता करने की जरुरत नहीं है। ऐसे मामलों में अब सरकार खुद डेढ़ लाख रुपये तक का इलाज कराएगी। इसके लिए इसी साल मार्च महीने तक सरकार एक कैशलेस योजना लाने वाली है। यह जानकारी स्वयं केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में मीडिया से चर्चा के दौरान दी।
केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने कहा कि इस योजना में किसी भी श्रेणी की सड़क पर मोटर वाहनों के कारण होने वाली सभी दुर्घटनाओं को शामिल किया जाएगा। इसमें दुर्घटना की तारीख से अधिकतम 7 दिनों तक के लिए प्रति व्यक्ति अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज करवाने का हकदार रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि इस योजना का लाभ पाने के लिए जरुरी यह रहेगा कि दुर्घटना के 24 घंटे के भीतर पुलिस को सूचित किया जाएं। ऐसा करने पर सरकार इलाज का खर्च उठाएगी। उनके अनुसार सड़क सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
इसके अलावा हिट एंड रन की स्थिति में मौत हो जाती है तो पीड़ित के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इस योजना को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के ई-विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट एप्लीकेशन और एनएचए की लेन देन प्रबंधन प्रणाली की कार्यक्षमता को मिलाकर आईटी मंच के माध्यम से कार्यान्वित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2024 में 1.80 लाख लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई। जिनमें से 30 हजार मौतें हेलमेट नहीं होने के कारण हुईं।
चंडीगढ़ से शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट
इस योजना को अमली जामा पहनाने से पहले सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों को कैशलेस इलाज मुहैया कराने के लिए एक पायलट प्रोग्राम शुरू किया था। यह पायलट प्रोग्राम चंडीगढ़ से शुरू किया गया था। इसे बाद में 6 राज्यों तक बढ़ाया गया था। इस पायलट प्रोग्राम का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को समय पर इलाज उपलब्ध कराने के लिए एक माहौल तैयार करना था।
यहाँ देखें और सुनें योजना को लेकर क्या बोले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी…
📍𝑩𝒉𝒂𝒓𝒂𝒕 𝑴𝒂𝒏𝒅𝒂𝒑𝒂𝒎, 𝑵𝒆𝒘 𝑫𝒆𝒍𝒉𝒊 | Addressing Press Conference https://t.co/njZBOYe9IG
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) January 7, 2025