Betul News Today: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के कोटवारों ने अपनी वर्दी और अन्य सामग्री की राशि सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर करने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। मध्य प्रदेश ग्राम रक्षक कोटवार चौकीदार संघ के नेतृत्व में कोटवारों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उन्हें शासन द्वारा बिना नाप की वर्दी दी गई, तो वे उसे लेने से इनकार कर देंगे।
कोटवारों का कहना है कि प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली वर्दी में कपड़े की गुणवत्ता खराब होती है और नाप-फिटिंग भी गलत रहती है। जिससे पहनने में दिक्कत आती है। उन्होंने तर्क दिया कि यदि वे गलत साइज और खराब कपड़े की वर्दी पहनेंगे, तो इससे प्रशासन की छवि भी प्रभावित होगी।
अन्य जिलों में पसंद से सिलवाई
संघ ने कहा कि मध्य प्रदेश के कई जिलों, जैसे बालाघाट, सीहोर, रायसेन, विदिशा, गुना और सागर में वर्दी की राशि पहले ही कोटवारों के खातों में ट्रांसफर की जा चुकी है, लेकिन बैतूल में ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन जबरदस्ती सिलाई गई वर्दी देने की कोशिश करेगा, तो सभी कोटवार इसका बहिष्कार करने को मजबूर होंगे।
सिविल ड्रेस में ही होंगे शामिल
संगठन का कहना है कि इसके पहले भी 21 फरवरी 2025 को जिला कोटवार संघ ने अपर कलेक्टर को ज्ञापन देकर बैंक खातों में राशि डालने की मांग की थी, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। कोटवारों ने साफ कहा है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई, तो वे किसी भी सरकारी कार्य में सिविल ड्रेस में ही शामिल होंगे।
यह रहे प्रमुख रूप से मौजूद
ज्ञापन देने वालों में लोकेश पाटिल, रामदास गुजरे, लालसिंह नागले, दिनेश चौकीकर, घनश्याम बारथे, कन्हैया बानसे, ऋषि सोमकुवर, कमल जावलकर, दिलीप बेलवंशी, गणेश चौकीकर, गणेश कजोडे, माया वाईकर, शकुन तायवडे, ललित खातरकर, देवीदास मनोहरे सहित अनेक कोटवार उपस्थित थे।