मुंबई (अनिल बेदाग) (Charging points on National Highway)। भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) क्रांति की अगुआई करने वाली कंपनी टाटा ईवी (Tata EV) ने देश के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए एक साहसिक, अभूतपूर्व पहल की घोषणा की है। 200,000 ईवी बेचने की उपलब्धि हासिल करने के बाद टाटा ईवी ने 2027 तक देश में उपलब्ध चार्ज पॉइंट की संख्या को दोगुना से भी ज़्यादा बढ़ाकर 400,000 करने का लक्ष्य रखा है और इसके साथ ही ईवी को अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूती दी है।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टाटा ईवी प्रमुख चार्जिंग पॉइंट ऑपरेटर्स (CPO) के साथ मिलकर 30,000 नए सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित करेगा। ये चार्जिंग स्टेशन सभी ईवी ब्रांड्स के लिए उपलब्ध होंगे, जिससे सभी उपयोगकर्ताओं, चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग करने वालों के लिए एक व्यापक और सुविधाजनक नेटवर्क तैयार हो सकेगा। इस विस्तृत नेटवर्क में सार्वजनिक, सामुदायिक और निजी/घरेलू चार्जर्स शामिल होंगे, जो शून्य उत्सर्जन वाली मोबिलिटी की बढ़ती मांग को पूरा करेंगे। भारत को हरित और टिकाऊ भविष्य की ओर तेजी से ले जाएंगे।
‘ओपन कोलैबोरेशन 2.0’ के लॉन्च पर बोलते हुए टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा ने कहा, “ओपन कोलैबोरेशन 2.0’ के पहले चरण में, टाटा ईवी प्रमुख अग्रणी सीपीओ के साथ साझेदारी कर टाटा ईवी मेगा चार्जर नेटवर्क बनाएगा, जो सुपरफास्ट चार्जिंग और अतुलनीय विश्वसनीयता प्रदान करेगा। टाटा ईवी ने टाटा पावर, चार्जज़ोन, स्टैटिक और ज़िऑन के साथ समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत अगले दो वर्षों में 500 टाटा ईवी मेगा चार्जर्स स्थापित किए जाएंगे। पहले चरण में ये चार्जर्स मुख्य शहरों और प्रमुख राजमार्गों पर लगाए जाएंगे।
टाटा ईवी 2019 से ही भारत के ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने में सबसे आगे रहा है। टाटा ईवी ने पहले टाटा समूह की कंपनियों के साथ साझेदारी कर निजी/घरेलू चार्जिंग समाधान पेश किए और फिर सबसे तेज़ ईवी अपनाने वाले शहरों में सार्वजनिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की शुरुआत की। इससे शुरुआती उपयोगकर्ताओं को ईवी अपनाने में आवश्यक समर्थन और प्रोत्साहन मिला।