MP Weather Update: मध्यप्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में कई स्थानों पर बारिश दर्ज की गई है। वहीं अगले 24 घंटों में भी प्रदेश के 5 जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि और 23 जिलों में बारिश, वज्रपात और आंधी-तूफान की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। इसके अलावा कल भी कई जिलों में बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।
मौसम केंद्र भोपाल द्वारा आज 21 मार्च 2025 को जारी बुलेटिन में जानकारी दी गई है कि अभी से लेकर शनिवार सुबह तक प्रदेश के अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी और मंडला जिलों में वज्रपात के साथ ही 40 से 50 किमी/घंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है। वहीं इन जिलों में ओलावृष्टि भी हो सकती है। इन सभी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इनके अलावा नर्मदापुरम, बैतूल, दतिया, भिंड, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा जिलों में वज्रपात के अलावा 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है। सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना और मैहर जिलों में वज्रपात के अलावा तेज हवाएं चल सकती है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।

इन जिलों में बारिश की संभावना
इसके अलावा मौसम विभाग ने नर्मदापुरम, बैतूल, दतिया, भिंड, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मैहर, पांढुर्णा जिलों में कहीं-कहीं और अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, मंडला जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। इसके अलावा कल रीवा, मऊगंज, सीधी और अनूपपुर जिलों में बारिश और वज्रपात तथा आंधी चलने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।
बीते 24 घंटों में यहां ओलावृष्टि-बारिश
बीते 24 घंटों में प्रदेश के जबलपुर, कटनी, उमरिया, सीधी एवं मंडला में ओलावृष्टि हुई। इसके अलावा भोपाल, नर्मदापुरम, सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं, रीवा, जबलपुर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर और शहडोल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर बारिश दर्ज की गई।
सबसे ज्यादा 87 मिलीमीटर बारिश ब्योहारी में दर्ज की गई। इसके अलावा ढीमरखेड़ा में 30, मानपुर में 22.5, मझोली में 21.4, चंदिया में 19.8, देवसर में 15.1, कौतमा में 15, बड़वारा में 15, उमरियापान में 13.4 मिलीमीटर बारिश हुई। बारिश होने से तापमान में भी गिरावट आई है।
यह हैं सिनोष्टिक मौसमी परिस्थितियां
- पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय स्तरों में एक ट्रफ के रूप में जिसकी धुरी माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी ऊंचाई पर 74 डिग्री पूर्वी देशांतर व 32 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में अवस्थित है।
- मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी ऊंचाई पर अवस्थित है।
- एक ट्रफ/हवा का असंतुलन अब दक्षिण छत्तीसगढ़ से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक होते हुए तेलंगाना और उत्तर आंतरिक कर्नाटक तक औसत माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी ऊंचाई पर है।
- 24 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है।