प्रकाश सराठे, रानीपुर (Unannounced Power Cuts Betul)। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के सारणी में स्थित सतपुड़ा पॉवर हाऊस से प्रदेश का अधिकांश हिस्सा रोशन होता है। वहीं दूसरी ओर इसी पॉवर हाऊस के आसपास के ग्रामीण अंचलों में ही बिजली को लेकर इन दिनों हाहाकार मचा हुआ है। भारी अघोषित बिजली कटौती से जहां ग्रामीण हालाकान हैं, वहीं दूसरी ओर सिंचाई नहीं कर पाने से खेतों में खड़ी फसलें सूख रही हैं।
रानीपुर क्षेत्र में ग्राम रतनपुर में सब स्टेशन निर्माण हो रहा है, लेकिन यह कब तक पूरा बनेगा यह स्पष्ट नहीं है। ऐसे में घोड़ाडोंगरी के एक सब स्टेशन के भरोसे लगभग 159 गांवों की बिजली व्यवस्था है। यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती का दौर शुरू हो गया है। ऐसी स्थिति में ग्रामीण क्षेत्र के लोग अब जिला कलेक्टर की तरफ टकटकी लगाकर ग्रामीण क्षेत्र की बिजली की व्यवस्था दुरुस्त करने की उम्मीद करते दिखाई दे रहे हैं।
मूंग की फसल की नहीं कर पा रहे सिंचाई (Unannounced Power Cuts Betul)
अघोषित बिजली कटौती और लो वोल्टेज की वजह से किसानों को अपनी मूंग की फसल में पानी देने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई गांव तो ऐसे हैं जहां पर लो वोल्टेज होने की वजह से सिंगल फेस की मोटर भी पानी नहीं फेंक पा रही है। जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र में जल संकट गहराता हुआ अभी से दिखाई देने लगा है।
ग्रामीण क्षेत्र में हालत बद से बदतर (Unannounced Power Cuts Betul)
यदि हम पंचायत क्षेत्र की बात करें तो 15 वन ग्राम हैं और 144 आबादी के गांव हंै। इन 144 आबादी के गांव में और 15 वन ग्रामों में बिजली की स्थिति बद से बदतर बनी हुई है। बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों का कहना है कि संबंधित ठेकेदार के माध्यम से रतनपुर में जो सब स्टेशन का निर्माण कार्य किया जा रहा है, उसमें समय सीमा से ज्यादा वक्त होने से यह हालात बन रहे हैं।
44 की जगह मात्र 2 लाइनमेन ही बचे (Unannounced Power Cuts Betul)
इन ग्रामीण क्षेत्रों में कभी बिजली का काम देखने वाले 44 लाइनमैन हुआ करते थे। वह घटकर अब एक से दो लाइनमैन बचे हुए हैं। ऐसी स्थिति में अंदाजा लगाया जा सकता है कि संविदा में काम करने वाले कर्मचारियों से बिजली विभाग के लोग काम ले रहे हैं। जिसकी वजह से भी ग्रामीण क्षेत्रों में लो वोल्टेज की परेशानी लंबे समय से बनी हुई है।
जल आपूर्ति का कार्य भी प्रभावित (Unannounced Power Cuts Betul)
ग्रामीण क्षेत्रों में लो वोल्टेज और अघोषित बिजली कटौती का दौर वर्तमान में चरम सीमा पर है। 8 से 10 घंटे तक दिन और रात में बिजली की कटौती की जा रही है। बिजली की कटौती किए जाने की वजह से जल आवर्धन योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में जो नल जल योजना लगी है उसमें भी तीन से चार दिनों के अंतराल में पानी आपूर्ति करने का कार्य किया जा रहा है।
बिजली नहीं पर वसूली में कोई मुरव्वत नहीं (Unannounced Power Cuts Betul)
एक ओर लोगों को बिजली नहीं मिल रही वहीं बिजली कंपनी बिल वसूली करने पर पूरा जोर दे रही है। उसमें उपभोक्ताओं पर कोई रहम नहीं हो रहा। बिजली कंपनी कर्मचारियों के माध्यम से उपभोक्ताओं के घर पर नोटिस भेज कर उनके सामानों की कुर्की किए जाने की धमकी और चेतावनी दे रही है। वहीं बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने में आला अधिकारी असफल हो रहे हैं।
लोगों ने विधायकों से लगाई यह उम्मीद (Unannounced Power Cuts Betul)
ऐसे में ग्रामीण आस लगाए हैं कि आमला और घोड़ाडोगरी क्षेत्र के विधायक बिजली कंपनी के आला अधिकारियों पर नियंत्रण लगाएं ताकि आदिवासी और गैर आदिवासियों के घरों के सामानों की कुर्की बिजली न कर सकें। वहीं उनकी यह मांग भी है कि जब तक व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती तब तक इस तरह का नोटिस ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच वितरित नहीं किया जाना चाहिए।