मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़ (Betul Samachar)। बिजली का काम बेहद खतरनाक होता है। इसमें एक जरा सी चूक सीधे जान ले सकती है। यही कारण है कि बिजली विभाग के कर्मचारियों के अलावा किसी को भी बिजली के पोल या ट्रांसफार्मर पर चढ़ने की अनुमति नहीं है। इसके विपरीत बैतूल जिले के खेड़ी सांवलीगढ़ क्षेत्र में स्थित ग्राम मोड़ीढाना में लाइनमेन ने खराब हुए ट्रांसफार्मर को खोलने एक युवक को ही चढ़ा दिया। इस लापरवाही से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मोड़ीढाना का ट्रांसफार्मर खराब होने से ग्राम की बिजली एक सप्ताह से बंद है। ग्रामीण इस पर खेड़ी सांवलीगढ़ विद्युत वितरण केंद्र पहुंचे और मामले की शिकायत की। इस पर केंद्र प्रभारी ने लाइनमेन को मौके पर पहुंच कर ट्रांसफार्मर सुधारने के निर्देश दिए।
इसके बाद लाइनमेन ग्राम मोड़ीढाना पहुंचा और उसने किसानों से ही पोल पर चढ़कर ट्रांसफार्मर खोलने के लिए कहा। इस पर मयूर पवार नामक शख्स ट्रांसफार्मर खोलने पोल पर चढ़ा। उसने स्पष्ट कहा कि मैं ट्रांसफार्मर को खोलने चढ़ रहा हूं। यदि कोई अनहोनी हो गई तो समझ जाइए कि जिम्मेदार आखिर कौन होगा।
इधर लाइनमेन की इस कार्यप्रणाली से किसानों में आक्रोश है। वहीं इस गांव की चौबीस घंटे बिजली भी बंद है। इस पूरे मामले पर कृषक गेंदालाल पवार, सूरत पवार, महादेव पवार, सहदेव पवार, सुरेश पवार, दिनेश पवार, राधेश्याम दरवे, अनूप पवार, रामचरण पवार, शिवदयाल, समर पटेल, दौलत पवार, नागोराव, कल्लू कावरे, देवराव पवार, नारायण, अनिल, केशोराव ने ऐतराज जताया है।