Betul Police News : बैतूल जिला मुख्यालय के समीप सोनाघाटी पहाड़ी पर पेड़ों की कटाई के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। एसपी बैतूल निश्चल एन. झारिया ने इस मामले में गंभीर लापरवाही को देखते हुए 2 कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया है। इन्हें पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है। इस मामले का ‘बैतूल अपडेट’ ने आज सुबह ही खुलासा किया था।
गौरतलब है कि वरिष्ठ पर्यावरणविद, जलपुरूष और जन अभियान परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन नागर की अगुवाई में इस पहाड़ी पर पिछले एक दशक से गंगावतरण अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान यहां हजारों श्रमदानियों ने निस्वार्थ भाव से अपना पसीना बहाते हुए खंतियां खोदी, पौधे लगाए और उन्हें पाल-पोस कर पेड़ बनाया। यही कारण है कि यह उजाड़ हो चुकी पहाड़ी अब हरियाली से लद गई है। इसे देख कर कोई यकीन ही नहीं कर सकता कि कभी यह पहाड़ी पूरी तरह वीरान-उजाड़ थी। दुर्भाग्य से इस हरी-भरी पहाड़ी के सैकड़ों पेड़-पौधों को यहां पुलिस चौकी बनाने के लिए काट डाला गया था।
इस पूरे मामले को लेकर पर्यावरणविद श्री नागर ने गहरा आक्रोश जताते हुए इसे बेहद गंभीर अपराध बताया था। उन्होंने इस मामले में बैतूल पुलिस अधीक्षक से बात कर उनसे अनुरोध किया था कि वे इस तरह के अपराध करने करने वालों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही करें। इस बात की जानकारी मिलने पर उन हजारों श्रमदानियों और पर्यावरण प्रेमियों में भी खासा आक्रोश पनप रहा था जिन्होंने यहां हरियाली लाने के लिए सालों तक अपना पसीना बहाया था। उन्होंने भी इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की थी। ‘बैतूल अपडेट’ ने इस पूरे मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।
इस पूरे मामले को एसपी श्री झारिया ने भी गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच कराई। जांच में मामला सही पाए जाने पर आरक्षक चंद्रपाल सरयाम एवं अनुज कुमार को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में एसपी श्री झारिया द्वारा जारी आदेश के अनुसार सोनाघाटी क्षेत्रांतर्गत पारधीढाना में पूर्व में वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान किये गये वृक्षारोपण को नष्ट करने की जानकारी संज्ञान में आने पर तस्दीक उपरांत प्रथमत: चौकी सोनाघाटी में तैनात आरक्षक चंद्रपाल सरयाम एवं थाना कोतवाली में तैनात आरक्षक अनुज कुमार की गंभीर लापरवाही परिलक्षित हुई है।
अतएव आरक्षक चंद्रपाल सरयाम तैनात चौकी सोनाघाटी थाना कोतवाली एवं आरक्षक अनुज तैनात थाना कोतवाली जिला बैतूल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाकर रक्षित केन्द्र बैतूल सम्बद्ध किया जाता है। निलम्बन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वहन भत्ता देय होगा एवं बिना वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे तथा रक्षित केन्द्र की नियमित गणनाओं में हाजिर रहेंगे।