Ropeway Project MP: मध्यप्रदेश में दुर्गम स्थानों पर स्थित धार्मिक, पर्यटक और रमणीय स्थलों पर पहुंचना जल्द ही आसान हो जाएगा। जिन स्थानों तक सड़क और रेलमार्ग की पहुंच अब तक नहीं हो सकी है, उन स्थानों तक रोपवे लगाने का कार्य किया जाएगा। इनमें से कुछ पर जहां काम चालू हो चुका है वहीं कुछ पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
रोपवे परियोजना के प्रथम चरण में उज्जैन, सागर और जबलपुर में कार्य कराया जाएगा। विगत दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उज्जैन महाकाल मंदिर रोपवे परियोजना को हरी झंडी दिखाई। करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से पूरा होने वाला रोपवे प्रोजेक्ट मोनो-केबल डिटैचेबल गोंडोला तकनीक पर आधारित है, जो 1.762 किमी लंबा है। इस यात्रा से प्रतिदिन लगभग 64 हजार श्रद्धालु लाभान्वित होंगे। यह रोपवे उज्जैन रेलवे स्टेशन से श्री महाकाल मंदिर तक बनाया जाएगा।
महज 7 मिनट में पूरी होगी यात्रा
इस प्रोजेक्ट के तहत यात्रा का समय मौजूदा 25-30 मिनट से घटकर सिर्फ 7 मिनट रह जाएगा. इससे श्रद्धालुओं को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। इस रोपवे में 3 स्टेशन और 13 टॉवर बनाए जाएंगे, जो महाकाल मंदिर जाने वाले भक्तों के लिए विशेष रूप से सुविधाजनक साबित होंगे। उज्जैन महाकाल मंदिर तक पहुंचने में लगने वाले समय में 75 प्रतिशत की कमी इस परियोजना की प्रमुख विशेषता है, जिससे भक्तों के लिए यात्रा और भी सुविधाजनक हो जाएगी। पर्वतमाला परियोजना के तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा यह कायर्स कराया जा रहा है। मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम द्वारा समन्वय का कार्य किया जा रहा है।
सागर और जबलपुर में यहां बनेंगे
इनके अलावा सागर जिले के टिकिटोरिया माता मंदिर पर फनिकुलर रेलवे स्टेशन तक रोपवे का निर्माण 17.28 करोड़ रुपये की लागत से होगा। यहां 15 मीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए 5334.73 वर्गमीटर शासकीय भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई जारी है। वहीं जबलपुर के एमपायर स्टेडियम से गुरूद्वारा तक एवं सिविक सेंटर से बलदेव बाग तक रोपवे का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्रस्तुत की जा चुकी है।
इन स्थानों पर भी रोपवे प्रोजेक्ट प्रस्तावित
इनके अलावा रानी रूपमति पवेलियन मांडू, सिद्धवारकट जैन मंदिर ओंकारेश्वर, सैलानी आइलैंड खंडवा, रायसेन किला, पातालकोट तामिया जिला छिंदवाड़ा, राजवाड़ा चौराहा इंदौर, ग्वालियर किले से फूलबाग चौराहा, रामराजा मंदिर ओरछा, भोपाल में गोल जोड़ तिराहा से न्यू मॉर्केट, कोकता ट्रांसपोर्ट नगर से नादरा बस स्टैंड भोपाल, रनेह फाल खजुराहो, चौरागढ़ महादेव मंदिर पचमढ़ी और दुग्धधारा अमरकंटक में भी रोपवे निर्माण के प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं।