Weather Update MP: मध्यप्रदेश का मौसम एक बार फिर बदलने वाला है। कई शहरों में 41 डिग्री तक तापमान पहुंच जाने के बाद अब एक बार फिर प्रदेश में बारिश और आंधी-तूफान का मौसम बनने वाला है। यह बारिश आगामी 1 और 2 अप्रैल को होने की संभावना जताई जा रही है। खासतौर से 2 अप्रैल को तो कुछेक जिलों को छोड़कर पूरे प्रदेश में बारिश होने की संभावना है।
मौसम केंद्र भोपाल द्वारा आज 29 मार्च को जारी बुलेटिन में जानकारी दी गई है कि आगामी 1 अप्रैल को प्रदेश के बड़वानी, खरगौन, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर, देवास, हरदा, सिहोर, शाजापुर, राजगढ़, भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, विदिशा और सागर में बारिश होगी। इसके साथ ही तेज आंधी-तूफान के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है।

2 अप्रैल को यहां बारिश की संभावना
इसके बाद 2 अप्रैल को बड़वानी, खरगौन, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर, देवास, हरदा, सिहोर, शाजापुर, राजगढ़, भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, विदिशा, गुना, अशोकनगर, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, डिंडोरी, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया और भिंड जिलों में बारिश की संभावना है। इसके साथ ही आंधी-तूफान चलने और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी भी दी गई है।

फिलहाल ऐसी है मौसमी परिस्थिति
- मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ मध्य एवं ऊपरी क्षोभमंडलीय स्तरों पर एक ट्रफ के रूप में, जिसकी माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए 73 डिग्री पूर्वी देशांतर व 33 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर और साथ में पूर्व-उत्तर पूर्व में अवस्थित है।
- वहीं एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण मध्य छत्तीसगढ़ और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर अवस्थित है।
प्रदेश में अधिकतम-न्यूनतम तापमान
प्रदेश में शुक्रवार को सबसे ज्यादा तापमान नर्मदापुरम में 40.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा टीकमगढ़ में 40, सिवनी में 39.4, मंडला में 39 और खरगौन में 38.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
इसी तरह सबसे कम न्यूनतम तापमान राजगढ़ में 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा सीधी में 13, खजुराहो और गुना में 15, छतरपुर के नौगांव में 16.5 और उमरिया में 16.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिनों में तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आएगा। उसके बाद 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी।