Upcoming Highway Projects MP: मध्यप्रदेश में वर्ष 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन किया जाना है। इसके चलते इंदौर-उज्जैन क्षेत्र में चौड़ी सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इसका उद्देश्य यही है कि क्षेत्रीय लोगों को जहां सुगम यातायात की सुविधा मिल सके वहीं बाहर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और वाहनों की आवाजाही बिना किसी अवरोध के हो सके। इसी तारतम्य में इस क्षेत्र के लिए 3 और बड़े सड़क प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिल गई है। इनके टेंडर भी जारी हो गए हैं। अब जल्द ही इनका काम शुरू हो जाएगा।
इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन ग्रीनफील्ड हाईवे
इन तीनों प्रोजेक्ट में सबसे महत्वपूर्ण इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन ग्रीनफील्ड हाईवे है। अभी इन 2 महत्वपूर्ण शहरों के बीच में स्थित 46 किलोमीटर लंबा हाईवे फोर लेन है। इसे सिक्स लेन किया जाना है। यह कार्य 1619 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को मार्च 2028 तक पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
तीन फ्लाई ओवर और छह अंडरपास
इस इंदौर-उज्जैन हाईवे को सिक्स लेन किए जाने के प्रोजेक्ट में तीन फ्लाईओवर, छह अंडरपास और ग्रामीण कनेक्टिविटी के लिए आठ जंक्शन भी बनाए जाएंगे। फ्लाईओवर सांवेर, शांति पैलेस तिराहा और इंजीनियरिंग कॉलेज के पास बनाए जाएंगे। वहीं जंक्शन का मुख्य कार्य यह होगा कि लोकल ट्रैफिक का हाईवे के ट्रैफिक पर कोई असर न हो।
अरबिंदो अस्पताल से हरिफाटक ब्रिज तक
इस पूरे प्रोजेक्ट का कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। इसकी शुरूआत 14 किलोमीटर के हिस्से से होगी। इसके बाद 16-16 किलोमीटर के 2 और सेक्शन बनाए जाएंगे। इससे छोटे-छोटे हिस्सों में बेहतर मॉनिटरिंग के साथ गुणवत्तापूर्ण कार्य हो सकेगा। यह मार्ग इंदौर के अरबिंदो अस्पताल से उज्जैन के हरिफाटक ब्रिज तक बनेगा।
भोपाल-देवास मार्ग भी किया जाएगा सिक्स लेन
इन 3 प्रोजेक्ट में दूसरा महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भोपाल-देवास के बीच 141 किलोमीटर लंबे मार्ग का है। इस पूरी सड़क को अब सिक्स लेन किया जाएगा। हालांकि देवास से इंदौर तक की सड़क पहले से सिक्स लेन है। अब इसके शेष हिस्से को भी सिक्स लेन किया जाएगा। इसके सिक्स लेन होने से उज्जैन को भी इसका लाभ मिलेगा। यह हाईवे कुछ गांवों के भीतर से जाता है। वहां चौड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने से कुछ गांवों में बायपास भी बनाए जाएंगे।
बायपास और टू-लेन रोड भी बनाया जाएगा
इन तीन परियोजनाओं में तीसरा प्रोजेक्ट भी खासतौर से उज्जैन को केंद्र में रखते हुए ही है। यह है उज्जैन के सिंहस्थ क्षेत्र के लिए 19 किलोमीटर लंबा बायपास निर्माण। इसका निर्माण 701 करोड़ रुपये में होना है। इससे सिंहस्थ मेले के दौरान यातायात का दबाव कम हो सकेगा। इसके अलावा इंगोरिया से देपालपुर तक 32.60 किलोमीटर लंबी टू-लेन सड़क का निर्माण भी 239 करोड़ रुपये की लागत से होगा। यह सभी प्रोजेक्ट जहां सिंहस्थ के दौरान आवागमन आसान करेंगे, वहीं बाद में भी क्षेत्रीय लोगों को फर्राटे भरते हुए वाहन चलाने का अवसर प्रदान करेंगे।